चीन ने अपने नागरिकों को भारतीय धार्मिक ‘उपासना’ के खिलाफ किया आगाह
बीजिंग। चीन ने अपने नागरिकों को भारतीय धार्मिक स्कूलों में किए जाने वाले धार्मिक कोर्सेज को लेकर आगाह किया है। उसने अपने नागरिकों से कहा कि उनमें से कुछ उन्हें यौन उत्पीड़न के दलदल में फंसा सकते हैं। इसके साथ ही, अपने नागरिकों से अपील करते हुए चीन ने सभी ‘संदिग्ध धार्मिक उपासना’ से दूर रहने को कहा।
दक्षिण भारतीय एक संगठन के धार्मिक कोर्स को ताईवान की एक अभिनेत्री की तरफ से प्रमोट करने के बाद मिनिस्ट्री ऑफ पब्लिक सिक्योरिटी (एमपीएस), चीन की पुलिस ने यह चेतावनी जारी की है।
देशभर के सोशल मीडिया पर इस बात पर बहस छिड़ गई है कि क्या सेलिब्रिटी वाकई में ‘धार्मिक उपासना पद्धति’ को प्रमोट कर रही थी।
ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि- “ताइवान की अभिनेत्री यी नेंगजिंग ने सोमवार को शिना वेइबो पर सोमवार को अम्मा और भगवान के पाठ को प्रमोट किया। इसे भारत के चित्तोर की एक यूनिवर्सिटी में तैयार किया गया था।”
वेइबो पर काफी जोरदार बहस के बाद चीन के एमपीएस और चीन एंटी कल्ट एसोसिएशन (सीएसीए) ने उस पोस्ट को आगे फॉरवार्ड करते हुए लोगों को चेताया कि कुछ धार्मिक स्कूल यौन उत्पीड़न केसों के दलदल में फंसा रहे हैं। बाद में अभिनेत्री ने उस पोस्ट को हटा दिया।
रिपोर्ट में कहा गया- “सीएसीए ने एक कथित भारतीय धार्मिक बाबा सिंह का नाम लिया जिसे बंदी बनाने और करीब 200 महिला अनुयायियों के साथ रेप करने के आरोप में दिसंबर 2017 में गिरफ्तार किया गया था।”
रिपोर्ट में संभावित तौर पर गुरमीत राम रहीम सिंह केस का हवाला दिया गया जो महिला भक्तों के साथ बलात्कार के जुर्म में 20 साल जेल की सजा काट रहा है। बिना किसी नाम के विश्लेषकों का हवाला देते हे रिपोर्ट में यह कहा गया कि दक्षिण भारतीय संगठन की तरफ से जो शिक्षा और कोर्स ऑफर किए गए हैं वो ‘धार्मिक उपासना’ के तहत आते हैं।