न्यूज़ डेस्क। ‘सरकार से कई गुना अधिक शक्ति समाज में होती है। हम शासन व्यवस्था में जन शक्ति को जितना जोड़ने की आदत डालेंगे, आप देखेंगे कि कामकाज उतना ही सरल हो जाएगा और कम प्रयास से अधिक रिजल्ट ले पाएंगे। समाज की शक्ति का हमेशा आदर करें, इसे जानने और जोड़ने का प्रयास करें।‘ प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात शुक्रवार को सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में युवा IPS अफसरों की दीक्षांत परेड को संबोधित करते हुए कही। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे।
Interaction with young police officers. https://t.co/J5eX6RI4qx
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2020
PM मोदी ने अपने संबोधन के दौरान ‘सिंघम’ का जिक्र करते हुए कहा, ‘कुछ पुलिस के लोग जब पहले ड्यूटी पर जाते हैं तो उनको लगता है कि पहले मैं अपना रौब दिखा दूं, लोगों को मैं डरा दूं। मैं लोगों में अपना एक हुकुम छोड़ दूं और जो ऐंटी सोशल एलिमेंट हैं वो तो मेरे नाम से ही कांपने चाहिए। ये जो सिंघम वाली फिल्में देखकर बड़े बनते हैं, उनके दिमाग में ये भर जाता है और उसके कारण करने वाले काम छूट जाते हैं।’
ट्रेनिंग का बहुत बड़ा महत्त्व है, आप ट्रेनिंग को कभी कम मत आंकिए।
हमने ट्रेनिंग को इतना नीचे कर दिया है, जो गुड गवर्नेंस की सारी समस्याओं की जड़ में है और हमको उससे बाहर आना होगा। pic.twitter.com/ZfCZIY7qyP
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने युवा अफसरों से अपने पोस्टिंग के दौरान स्थानीय लोगों से जुड़ने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘सामान्य मानवीय पर प्रभाव पैदा करना है या सामान्य मानवीय में प्रेम का सेतु जोड़ना है, ये तय कर लीजिए। अगर आप प्रभाव पैदा करेंगे तो उसकी उम्र बहुत कम होती है, लेकिन प्रेम का सेतु जोड़ेंगे तो आप रिटायर हो जाएंगे तब भी जहां आपकी पहली ड्यूटी रही होगी वहां के लोग आपको याद करेंगे कि 20 साल पहले ऐसा एक नौजवान अफसर आया था जो हमारी भाषा तो नहीं जानता था। लेकिन अपने व्यवहार से लोगों के दिलों को जीत लिया था। आप एक बार जनसामान्य के दिलों को जीत लेंगे तो उनका नजरिया अपने आप बदल जाएगा।’
आज पुलिसिंग में टेक्नोलॉजी का सकारात्मक तरीके से और ज्यादा से ज्यादा उपयोग कैसे करें, इस पर बल देने की जरूरत है। pic.twitter.com/6bVqjDsaet
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2020
श्री मोदी ने कहा कि कोरोना काल में खाकी वर्दी का मानवीय पहलू जनमानस के सार्वजनिक स्मृति में बस गया है, क्योंकि पुलिस द्वारा विशेष रूप से इस COVID-19 महामारी के दौरान बहुत अच्छे काम किए गए हैं। PM मोदी ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आपको अपनी वर्दी पर गर्व हो, अपनी खाकी वर्दी का सम्मान कभी न खोएं।
Rule की अपनी एक महत्ता है, लेकिन Role की विशेष महत्ता है।
मैं Rule Based काम करूंगा कि Role Based काम करूंगा!
अगर हम Role Based को ज्यादा महत्वपूर्ण मानेंगे तो Rule अपने-आप फॉलो हो जाएंगे और अगर Role का पूरी तरह से पालन किया तो लोगों में विश्वास और बढ़ जाएगा। pic.twitter.com/OwQKXxlt8N
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2020
इस दौरान कई युवा IPS अफसरों ने अपनी बातों को प्रधानमंत्री के साथ शेयर किया। सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी की दीक्षांत परेड में शामिल इन 131 भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के प्रोबेशनरों में 28 महिला प्रोबेशनर शामिल हैं। इन युवा अधिकारियों ने इस अकादमी में बुनियादी पाठ्यक्रम चरण-1 के 42 सप्ताह पूरे कर लिए हैं।
Om Prakash Jat shared experiences from his field training in Valsad, Gujarat. His work on the field taught him the vitality of compassion in policing. pic.twitter.com/iDhNBMxX6R
— PMO India (@PMOIndia) September 4, 2020
जाहिर है कि सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) में बेसिक कोर्स प्रशिक्षण के दौरान प्रोबेशनरों को कानून, जांच-पड़ताल, फोरेंसिक, नेतृत्व एवं प्रबंधन, अपराध विज्ञान, सार्वजनिक व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा, नैतिकता और मानवाधिकार, आधुनिक भारतीय पुलिस व्यवस्था, फील्ड क्राफ्ट और युक्तियां, हथियार प्रशिक्षण और गोलाबारी जैसे विभिन्न इंडोर और आउटडोर विषयों का प्रशिक्षण दिया जाता है।