न्यूज़ डेस्क। इंटर्नशिप और फेलोशिप के जरिये नासा के अनूठे मिशनों और कार्यक्रमों का लाभ उठाकर देश के भविष्य के विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) कार्यबल की क्षमता, विविधता और आकार को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। हाई स्कूल से स्नातक स्तर तक इंटर्नशिप उपलब्ध हैं। इंटर्नशिप छात्रों को नासा में एक संरक्षक के मार्गदर्शन में अनुसंधान या अन्य अनुभवात्मक शिक्षा में भाग लेने का सुनहरा अवसर संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार की शाखा द्वारा प्रदान किया जा रहा है। नासा के इंटर्नशिप प्रोग्राम से http://intern.nasa.gov पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। लेकिन नासा की इंटर्नशिप प्रोग्राम को लेकर किए गए ट्विट के साथ विवाद भी जुड़ गया है।
Today's the day: applications for fall NASA internships are due!
Are you ready? Visit @NASAInterns and apply at: https://t.co/s69uwyR1LJ pic.twitter.com/CVwFJGYbms
— NASA (@NASA) July 9, 2021
आज से ठीक तीन महीने पहले की बात है नासा ने भारतीय मूल की दो बहनों पूजा और प्रतिमा रॉय को इंटर्नशिप के लिए अपने यहां सेलेक्ट किया था। उस वक्त प्रतिमा रॉय ने कहा था कि मुझे ये पूरा विश्वास है कि भगवान और परिवार के सहयोग के कारण ही मुझे नासा में ये अवसर मिला है। ईश्वर सब देखते हैं कि हम क्या करते हैं। हमें अपने जीवन से क्या चाहिए और सच में सपनें पूरे हो सकते हैं। उस वक्त इस न्यूज को ज्यादा तवज्जयों नहीं मिली थी और न ही ज्यादा शेयर किया गया था। लेकिन 10 जुलाई को नासा ने दोनों बहनों में से प्रतिमा रॉय की फोटो अपने ट्विटर हैंडल से शेयर की जिसमें प्रतिमा रॉय की तस्वीर के पीछे देवी-देवताओं की मूर्तियों हैं। लेकिन नासा के द्वारा शेयर किए गए इस फोटो ने कथाकथित बुद्धिजीवी और अभिव्यक्ति की आजादी का झंडा बुलंद करने वाले बिग्रेड को नाराज कर दिया, क्योंकि ये बुद्धिजीवी प्रतिमा द्वारा अपनी भक्ति दिखाए जाने पर खुश नहीं हैं।
https://twitter.com/MissionAmbedkar/status/1414079976622546956?s=20
कुछ लोगों ने नासा पर विज्ञान को बर्बाद करने का आरोप लगाया और कुछ ने कहा कि एक हिन्दू को देवी-देवताओं से खुद को घिरे हुए रहने की क्या जरूरत है? खुद को सहिष्णु बताने वाला बिग्रेड वैसे तो कहता है कि हमें सभी की भावनाओँ का सम्मान करना चाहिए। कोई क्या पहन रहा है, कैसा दिखता है, क्या करता है इसके आधार पर किसी को जज नहीं करना चाहिए। लेकिन दूसरी तरफ नासा इंटर्न प्रतिमा रॉय के हिन्दू विश्वास समस्या दिखाई देने लग जाती है।
The 4th one research subject would be how the bigot Ram was using pushpak viman(mythical plane) to reach cross 7 seas, etc. ? https://t.co/imgXh6OxaY
— Thaiyaan (@thaiyaan) July 11, 2021
NASA is this some joke??? https://t.co/pmYAJYddzp
— Ayyuuusssshhhhh (@Saguraocacti) July 10, 2021
Look at the Indian kid. With all the Lakshmi, Saraswati & what not matas on her desk. But not a pic of #Savitrimai the one who revolutionized women's education. She isn't at fault, her parents, her grandparents are. https://t.co/PprVxMfBds
— #NoVoteToBJP (@manishahire) July 10, 2021
The 4th intern will send an email saying "rama built a bridge" and sanghis will use that email to say "nasa accepted rama as real and the blue guy built that bridge". https://t.co/kBuVvd5NeZ
— @nastikman (@ManNastik) July 11, 2021
भारतीय मूल की ये बहने नासा के ग्लेन रिसर्च सेंटर में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर को-ऑप इंटर्न हैं। नासा ने एक ब्लॉग में दोनों से उनके अनुभवों को लेकर कुछ सवाल किए जिसके जवाब में प्रतिमा रॉय ने भगवान में पूरी निष्ठा की बात कहते हुए बताया कि हम जो भी करते हैं, भगवान उसे देख रहा होता है और सपने हकीकत में तब्दील हो सकते हैं। प्रतिमा और पूजा न्यूयॉर्क सिटी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई कर रही हैं।