मुंबई। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय JNU में हुई हिंसा के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के बीच में JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद भी दिखाई दिए। कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि खालिद ने आधी रात को ‘हिन्दुओं से आजादी’ के नारे लगाए हैं। हालांकि हम इन तमाम दावों की पुष्टि नहीं करते है।
#Mumbai में गेटवे ऑफ इंडिया पर #JNUviolence के विरोध में “फ्री कश्मीर” के पोस्टर लगाये गये।
यहाँ वामपंथी कैसे इस्लामीक अलगाववादियों की धुन पर नाच रहे हैं वह साफ़साफ दिख रहा है…शर्म करो देश विरोधियों #ShutDownJNU #UrbanNaxals #Communists pic.twitter.com/zUD6oePzUM— Darshan Bhavsar (Modi Ka Parivar) 🇮🇳 (@db_thinks) January 7, 2020
भाजपा नेता तजिंदर बग्गा ने वायरल हो रहे वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि, ‘मुस्लिम और वामपंथी हिंदुओं से आजादी का नारा लगा रहे हैं लेकिन इस बार यह जामिया या JNU कैंपस में नहीं हुआ है बल्कि मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर हुआ है। क्या मुंबई पुलिस और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इसके खिलाफ कोई एक्शन लेंगे या चुपचाप इन गुंडों का समर्थन करेंगे ?’
Muslim and Leftists students in Mumbai again Raised Slogans "Hinduo se Aazadi" but this time not in Jamia or JNU , they raised Hinduo se Aazadi Slogans at Gateway of India Mumbai. Will @MumbaiPolice @OfficeofUT take action or support this goons Silently ? pic.twitter.com/7Cq9ci8tE5
— Tajinder Bagga (Modi Ka Parivar) (@TajinderBagga) January 6, 2020
मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस इस वीडियो की पड़ताल कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस वीडियो की जांच मुंबई पुलिस की साइबर ब्रांच कर रही है। फिलहाल कुछ कह पाना मुश्किल है लेकिन पुलिस जांच रिपोर्ट के बाद सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आ जाएगी।
Protest is for what exactly?
Why slogans of “Free Kashmir”?
How can we tolerate such separatist elements in Mumbai?
‘Free Kashmir’ slogans by Azadi gang at 2km from CMO?
Uddhav ji are you going to tolerate this Free Kashmir Anti India campaign right under your nose???@OfficeofUT https://t.co/zkWRjxuTqA— Devendra Fadnavis (Modi Ka Parivar) (@Dev_Fadnavis) January 6, 2020
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार को नकाबपोश गुंडों द्वारा छात्रों पर हमला करने के खिलाफ मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान वहां एक पोस्टर नजर आया, जिसने पूरे प्रदर्शन को राजनीतिक रंग दे दिया।
दरअसल, गेटवे ऑफ इंडिया पर सोमवार को प्रदर्शन के दौरान एक छात्रा के हाथ में ‘फ्री कश्मीर’ का पोस्टर था। अब सवाल खड़ा होता है कि जेएनयू छात्रों के समर्थन में जुटे लोग ‘फ्री कश्मीर’ के नारे क्यों बुलंद कर रहे हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया है।
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी उद्धव सरकार को घेरते हुए मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि गेटवे ऑफ इंडिया पर इस तरह के पोस्टर कैसे पहुंचते हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। दूसरी तरफ JNU छात्रों और प्रोफेसरों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए छात्र तिरंगा, बैनर और पोस्टर अपने साथ लिए हुए थे। इस दौरान उन्होंने नकाबपोश हमलावरों द्वारा की गई हिंसा की कड़ी निंदा की।
इस विरोध प्रदर्शन में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता और आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत राजग सरकार को घेरते हुए कहा कि भारत में लोकतंत्र को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “JNU हिंसा अमित शाह प्रायोजित आतंकवाद है। देश इस बर्बर कृत्य की निंदा करता है। यह देखकर अच्छा लगा कि मोदी और शाह केवल एक ही चीज से डरते हैं, वह है जेएनयू के मेधावी छात्र।”