नई दिल्ली। कोविड-19 के खिलाफ भारत में शनिवार को दुनिया के सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान का शुरुवात कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी शुरुआत की। पीएम के साथ इस दौरान भारत के सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के 3006 टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीनेशन हो रहा है। टीकाकरण अभियान में पहले दिन करीब तीन लाख हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। साथ ही टीकाकरण के पूरे अभियान को को-विन ऐप के जरिए मैनेज किया जाएगा। टीकाकरण के साथ ही यह भी साफ कर दिया है कि यह टीका किसे दिया जा सकता है, किसे नहीं। गर वैक्सीनेशन के लिए आपका नंबर आता है तो कई बातों का ख्याल रखना जरूरी है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी आपको मास्क लगाना होगा और तमाम एहतियात बरतने होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूर की गईं दोनों वैक्सीन – सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 18 साल या उससे ज्यादा के लोगों को ही लगाया जाएगी।
इन बातों का रखें ख्याल
- वैज्ञानिकों का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी आपको मास्क लगाना होगा और तमाम एहतियात बरतने होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूर की गईं दोनों वैक्सीन – सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 18 साल या उससे ज्यादा के लोगों को ही लगाया जाएगी।
- कोरोना से बचने के लिए जिन नियमों का पालन हम अभी कर रहे हैं, (जैसे- मास्क पहनना, छह फीट की सुरक्षित शारीरिक दूरी रखना और हाथ धोना), वैक्सीन लगने के बाद भी उन नियमों का पालन करते रहना जरूरी है। तभी वायरस से आप बचे रह सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं को नहीं लेगी वैक्सीन
- गर्भवती और बच्चे को दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी, क्योंकि इन पर वैक्सीन का परीक्षण नहीं हुआ है। कोरोना के लक्षणों वाले शख्स को भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी। जो लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हों, या जिन्हें प्लाज्मा थेरेपी दी गई हो, उन्हें भी ठीक होने के बाद चार से आठ हफ्ते तक टीका नहीं लगाया जाएगा।
- विशेषज्ञ कहते हैं हर व्यक्ति को टीके की दो खुराक लेनी होगी जो 28 दिन के अंतराल पर दी जाएगी और दूसरी खुराक लेने के दो हफ्ते बाद कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित होती है, ऐसे में वैक्सीन लगने के बाद भी कोविड नियमों का पालन करते रहना जरूरी है, जब तक कि एंटीबॉडी विकसित नहीं हो जाती है।
कोरोना की वैक्सीन लगवाने के पहले और बाद में ना पीएं शराब
- वैक्सीन लगवाने के बाद ग्रॉसरी स्टोर जाना या बैंक जाना पहले की तुलना में सुरक्षित हो सकता है। खासकर, जो लोग संक्रमण के जोखिम वाले क्षेत्रों में काम करते हैं, उनके लिए खतरा कम हो जाएगा। वैक्सीन लेने और एक से डेढ़ महीने तक सारे एहतियात बरतने के बाद भी जिंदगी को आम पटरी पर लौटने में समय लगेगा। जब तक ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका नहीं मिल जाता, तब तक सारे एहतियात बरतने जरूरी हैं।
- वैक्सीन लगाने के दिन से 48 घंटे पहले और वैक्सीन लगने के 48 घंटे बाद तक अल्कोहॉल या अन्य नशीले पदार्थ का सेवन ना करे क्योंकि इससे बॉडी के इम्यून रिस्पॉन्स में रुकावट आ सकती है। यदि वैक्सीनेशन के बाद किसी भी तरह की परेशानी होती है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
इन बीमारियों से ग्रस्त लोग ना लगवाएं वैक्सीन
- कोविड-19 वैक्सीन की पिछली खुराक की वजह से अगर किसी को एनाफ्लेक्टिक या एलर्जी रिएक्शन हुए हों तो वैक्सीन न दें। ऐसे व्यक्ति को भी टीका न दें जिन्हें वैक्सीन या इंजेक्टेबल थैरेपी, फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट और खाद्य पदार्थ आदि के कारण पहले या बाद में किसी तरह के एलर्जी या रिएक्शन की शिकायत है।
- वैक्सीन को ब्लीडिंग या कोगुलेशन डिसऑर्डर (जैसे, क्लॉटिंग फैक्टर डिफिसिएंसी, कोगुलोपैथी या प्लेटलेट डिसॉर्डर) के इतिहास वाले व्यक्ति में सावधानी के साथ लगाया जाना चाहिए।
वैक्सीन लगने के बाद खाने की इन चीजों का करें परहेज
- वैक्सीन लगने के बाद इंजेक्शन साइट टेंडरनेस, इंजेक्शन साइट पेन, सिरदर्द, थकान, बुखार, शरीर में दर्द, पेट में दर्द, मतली, उल्टी, चक्कर आना, पसीना, ठंड, खांसी, इंजेक्शन साइट सूजन जैसे साधारण से लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैक्सीन लगने के बाद शुगर ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड फूड, एनर्जी ड्रिंक्स, फास्ट फूड या एल्कोहॉलिक पदार्थों के सेवन से भी बचना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैक्सीन लगवाने से पहले और कुछ दिनों बाद तक शराब नहीं पीनी चाहिए।