नई दिल्ली। दिल्ली में दोबारा कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए तो गृहमंत्री अमित शाह फिर से एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने दिल्ली के अंदर कोविड-19 के बढ़ते मामलों और स्वास्थ्य सुविधाओं समीक्षा करने के लिए गृहमंत्रालय में बुलाई एक उच्च स्तरीय बैठक में 12 बड़े निर्देश जारी किए हैं।
यह गृहमंत्री अमित शाह ही थे, जिन्होंने मई में कई बड़े एक्शन लेकर कोरोना के कहर से जूझती दिल्ली को बचाया था। अब जब फिर से दिल्ली में कोरोना का खतरा बड़ा रूप लेने लगा तो उन्होंने फिर से मोर्चा संभाल लिया है। रविवार को गृहमंत्रालय में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की मौजूदगी में हुई इस बैठक में दिल्ली में Rtpcr की जांच को दोगुना करने का निर्णय हुआ।
दिल्ली के अंदर कोविड-19 के बढ़ते मामलों और यहां मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की समीक्षा करने के लिए आज एक उच्च स्तरीय बैठक की।
मई 2020 में मोदी सरकार ने दिल्ली की जनता को कोरोना से बचाने के लिए दिल्ली सरकार के साथ विभिन्न कदम उठाये थे जिनके सकारात्मक नतीजे सभी को देखने को मिले थे। pic.twitter.com/iTOW18kATd
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) November 15, 2020
महत्वपूर्ण निर्णय
- गृहमंत्री अमित शाह के सामने दिल्ली में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी की बात सामने आई तो उन्होंने सेंट्रल आम्र्ड पुलिस फोर्स(सीएपीएफ) से अतिरिक्त डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था का निर्णय लिया।
- गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्रीय सशक्त पुलिस बलों ने कोरोना से लड़ने में देश और दिल्ली की जनता का बहुत सहयोग किया है। मोदी सरकार ने दिल्ली में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को देखते हुए सीएपीएफ से अतिरिक्त डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ देने का निर्णय किया है, उन्हें शीघ्र ही एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया जायेगा।
- गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में आरटी-पीसीआर टेस्ट में दोगुना वृद्धि, दिल्ली में लैबों की क्षमता का अधिक से अधिक उपयोग करने का निर्देश दिया। जहां कोविड होने का खतरा ज्यादा है, वहां स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की मोबाइल टेस्टिंग वैनों को तैनात किया जाएगा।
- दिल्ली में अस्पतालों की क्षमता और अन्य मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता बढ़ाने का निर्णय हुआ। इस दिशा में मई में बनाए गये धौला कुआं स्थित डीआरडीओ के कोविड अस्पताल में 250 से 300 आईसीयू बेड और शामिल किए जाएंगे, जिसे गम्भीर कोविड रोगियों का वहाँ इलाज किया जा सके।
- ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेडों की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से छतरपुर के 10,000 बेड वाले कोविड सेंटर को और सशक्त किया जाएगा। एमसीडी के कुछ चिन्हित अस्पतालों को हल्के-फुल्के लक्षण वाले कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए डेडिकेटेड अस्पतालों के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।
- कोविड-19 संबंधी मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता तथा मरीजों की भर्ती की स्थिति के इंस्पेक्शन तथा पहले लिए निर्णय के अनुसार, बेडों की उपलब्धता की सही स्थिति को स्पष्ट रूप से दशार्ने के लिए, डेडिकेटेड बहु-विभागीय टीमें, दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों में जाएंगी।
- गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में गंभीर कोरोना मामलों में प्लाज्मा डोनेशन और प्रभावित व्यक्तियों को प्लाज्मा प्रदान किए जाने के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के निर्देश दिए। डॉ. वी के पॉल, एम्स के निदेशक और आईसीएमआर के महानिदेशक के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय समिति इसपर जल्द ही रिपोर्ट देगी।
- दिल्ली में अधिक से अधिक लोगों की जान बचने के लिए केंद्र सरकार दिल्ली को ऑक्सीजन सिलिंडर, सहित अन्य जरूरी स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवाएगी। सुरक्षा ही कोरोना का एक मात्र उपाय है, इसलिए लोगों को कोविड-19 बिहैवियर के बारे में बताने तथा लंबे समय में मेडिकल और स्वास्थ्य मानदंडों पर इससे पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव के बारे में जानकारी देने के लिए दिल्ली में ठोस संवाद कार्यनीति होनी चाहिए। इसके लिए भी निर्देश दिए गए।
आज बैठक में विभिन्न निर्देश दिये।
1) सर्वप्रथम दिल्ली में RT-PCR टेस्ट में दो-गुना वृद्धि की जाएगी।
2) दिल्ली में लैबों की क्षमता का अधिक से अधिक उपयोग करके, जहां कोविड होने का खतरा ज़्यादा है, वहां स्वास्थ्य मंत्रालय तथा ICMR की मोबाइल टेस्टिंग वैनों को तैनात किया जाएगा।
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3) दिल्ली में अस्पतालों की क्षमता तथा अन्य मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता में वृद्धि की जानी चाहिए।
इसी दिशा में मई में बनाए गये धौला कुआं स्थित DRDO के कोविड अस्पताल में 250 से300 ICU बेड और शामिल किए जाएंगे, जिसे गम्भीर कोविड रोगियों का वहाँ इलाज किया जा सके।
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4) ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेडों की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से छतरपुर के 10,000बेड वाले कोविड सेंटर को और सशक्त किया जाएगा।
5) MCD के कुछ चिन्हित अस्पतालों को हल्के-फुल्के लक्षण वाले कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए डेडिकेटेड अस्पतालों के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।
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6) कोविड-19 संबंधी मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता तथा मरीजों की भर्ती की स्थिति के इंस्पेक्शन तथा पहले लिए निर्णय के अनुसार, बेडों की उपलब्धता की सही स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाने के लिए, डेडिकेटेड बहु-विभागीय टीमें, दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों में जाएंगी।
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7) पहले शुरू किए गए सारे कंटेनमेंट उपायों की समीक्षा हो, जैसे कंटेनमेंट जोनों की स्थापना, कंटेक्ट ट्रेसिंग तथा क्वारंटीन और स्क्रीनिंग।
विशेषकर वह लोग जिन्हें कोविड होने का खतरा अधिक है उनकी लगातार समीक्षा की जानी चाहिए ताकि रोकथाम उपायों को लागू करने में कोई कमी ना रह जाए।
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रोजाना सवा लाख से अधिक टेस्ट कराए जाएंगे
बदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली में कोरोनोवायरस के मामलों में वृद्धि को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक बैठक में भाग लिया। गृहमंत्री से मुलाकात के बाद दिल्ली सरकार ने बताया कि राजधानी दिल्ली में अब प्रतिदिन 1.25 लाख लोगों की कोरोना जांच की जाएगी।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दैनिक कोविड-19 परीक्षणों की संख्या बढ़ाकर 1 लाख से 1.25 लाख की जाएगी।
8) केंद्रीय सशक्त पुलिस बलों ने कोरोना से लड़ने में देश और दिल्ली की जनता का बहुत सहयोग किया है।
मोदी सरकार ने दिल्ली में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को देखते हुए CAPF से अतिरिक्त डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ देने का निर्णय किया है, उन्हें शीघ्र ही एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया जायेगा।
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9) आज की बैठक में यह भी निर्देश दिए कि कोविड-19 के होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों की ट्रैकिंग रखने तथा तत्काल मेडिकल सुविधा की आवश्यकता पड़ने पर उनको तुरंत कोविड अस्पतालों में शिफ्ट करने की जरूरत पर विशेष रूप से बल दिया जाए। जिससे अधिक से अधिक लोगों के जीवन को बचाया जा सके।
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केंद्र ने 750 आईसीयू बेड का आश्वासन दिया है जिन्हें डीआरडीओ केंद्र में उपलब्ध कराया जाएगा।”केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय बैठक में सीएम केजरीवाल के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल भी उपस्थित थे।सीएम केजरीवाल ने कहा, “गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कोविद की महामारी की स्थिति पर एक आपात बैठक बुलाई। इस बैठक के बाद हमें आश्वासन मिला है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों की सभी एजेंसियां मिलकर काम करेंगी। मैं गृह मंत्री अमित शाह को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।”
10) गंभीर कोरोना मामलों में प्लाज्मा डोनेशन और प्रभावित व्यक्तियों को प्लाज्मा प्रदान किए जाने के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के निर्देश दिए।
डॉ. वी के पॉल, निदेशक एम्स और महानिदेशक ICMR के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय समिति इसपर जल्द ही रिपोर्ट देगी।
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11) दिल्ली में अधिक से अधिक लोगों की जान बचने के लिए केंद्र सरकार दिल्ली को ऑक्सीजन सिलिंडर, High Flow Nasal Cannula व् अन्य सभी जरुरी स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवाएगी।
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12) सुरक्षा ही कोरोना का एक मात्र उपाय है, इसलिए लोगों को COVID-19 Behaviour के बारे में बताने तथा लंबे समय में मेडिकल और स्वास्थ्य मानदंडों पर इससे पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव के बारे में जानकारी देने के लिए दिल्ली में ठोस संवाद कार्यनीति होनी चाहिए। इसके लिए भी निर्देश दिए।
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DRDO केंद्र में वे 750 ICU बेड उपलब्ध कराएंगे
उन्होंने कहा, “दिल्ली के नागरिकों के जीवन को बचाने के लिए और नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए यह समय है जब सरकारों को एक साथ काम करना चाहिए। अभी हम जिस प्रमुख समस्या का सामना कर रहे हैं, वह दिल्ली में ICU बेड की संख्या के बारे में है। 20 अक्टूबर के बाद दिल्ली में कोविद के मामलों की संख्या बहुत अधिक दर से बढ़ रही है। अभी हमारे पास दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में कोविड बेड हैं, लेकिन कमी आईसीयू बेड की है।”दिल्ली के सीएम ने कहा, “केंद्र सरकार ने स्थिति को देखते हुए आश्वासन दिया है कि DRDO केंद्र में वे 750 ICU बेड उपलब्ध कराएंगे। 250 बिस्तर सोमवार को उपलब्ध कराए जाएंगे, इसके बाद मंगलवार को 250 और बुधवार को 250 शेष बेड उपलब्ध कराए जाएंगे।”उन्होंने कहा, “इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दिल्ली में परीक्षणों की संख्या प्रति दिन 60,000 से बढ़कर 1 से 1.25 लाख हो जाएगी। दिल्ली सरकार अपनी उच्चतम क्षमता पर काम कर रही है, इसलिए, ICMR ने भी आश्वासन दिया कि वे परीक्षण की संख्या बढ़ाने में हमारी मदद करेंगे।”