दुकालू सुकालू के मिठलबरा गोठा
कइसे दुकालू कहां जात हच बाबू ,
दुकालू : कुछ नही यार….. ते राहन दे झन पूछ।
सुकालू : तभो ले बता तो……. कहाँ जात हच…
दुकालू : अरे आजे समाचार मिलिस जनदर्शन चालू होये हे, उहें जात हव
सुकालू : त ते उँहा जाके काय करबे बे।
दुकालू : अब जुन्ना सरकार तो पहली नाम बदलिस फिर दर्शन ला बंद कर दिस, अब फेर उही नाम “जनदर्शन” रखे हे, चालु होयें हे ते महू देख आवं कइसन हे जन के दर्शन ह। उही ला देखेबर जाहूं।
*बने हे, ता बइहा आ के बताबे काय देखेच उहाँ……।
“दुकालू सुकालू के मीठलबरा गोठ” देश प्रदेश से जुडी खबरों से उपजी खट्टी मीठी बातें, पढ़िए आनंद लीजिये।
प्रस्तुत है, “दुकालू सुकालू के मीठलबरा गोठ”
सिर्फ भारत न्यूज़ पर ही