#WinterSession2024: ‘धर्म के आधार पर आरक्षण बढ़ाना चाहती है कांग्रेस, यह संविधान विरोधी’, अमित शाह का विपक्ष पर हमला, क्या बोले यहाँ देख..

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी धर्म के आधार पर आरक्षण की सीमा बढ़ाने की कोशिश कर रही है। शाह ने कहा कि कांग्रेस का हमेशा आरक्षण के मुद्दे पर दोहरा रुख रहा है और पार्टी अब धर्म के आधार पर आरक्षण देने की वकालत कर रही है।

अमित शाह ने कहा, “कुछ लोग आज आरक्षण-आरक्षण चिल्लाते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी का रुख क्या रहा है? 1955 में ओबीसी आरक्षण के लिए काका कालेलकर कमेटी बनी थी, लेकिन उसकी रिपोर्ट आज तक कहीं नहीं मिली। हम दोनों सदनों में रिपोर्ट खोजते रहे, लेकिन वह रिपोर्ट हमें नहीं मिली।”

इस पर विपक्ष की ओर से विरोध करते हुए कहा गया कि अमित शाह अर्धसत्य बोल रहे हैं। इस पर गृह मंत्री ने जवाब देते हुए कहा, “कैसे छिपा सकते हो? यह बाबासाहब का संविधान है। कोई भी रिपोर्ट आती है तो उसे कैबिनेट में रखने के बाद सदन में लाया जाता है। इन्होंने उस रिपोर्ट को लाइब्रेरी में रख दिया।”

अमित शाह ने आगे कहा कि यदि कांग्रेस ने कालेलकर कमेटी की रिपोर्ट पर ध्यान दिया होता, तो मंडल कमीशन की आवश्यकता नहीं होती। उन्होंने यह भी कहा कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट पर अमल तब हुआ जब कांग्रेस सरकार सत्ता से बाहर हो गई थी। “मंडल आयोग की रिपोर्ट को स्वीकार किए जाने के बाद, उस पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राजीव गांधी ने सबसे लंबा भाषण दिया और कहा था कि पिछड़ों को आरक्षण देने से योग्यता का अभाव होगा,” शाह ने कहा।

अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे अब 50 फीसदी से अधिक आरक्षण की वकालत कर रहे हैं। “कांग्रेस धर्म के आधार पर आरक्षण बढ़ाने की योजना बना रही है, जो संविधान के खिलाफ है,” उन्होंने कहा। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस की सरकार के दौरान धर्म के आधार पर आरक्षण दिया गया था, जबकि संविधान सभा में स्पष्ट रूप से यह कहा गया था कि आरक्षण केवल पिछड़ेपन के आधार पर होगा, धर्म के आधार पर नहीं।

इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब देते हुए संविधान सभा की चर्चा का हवाला दिया और पंडित नेहरू के बयान को कोट करते हुए कांग्रेस के रुख को नकारा।

अमित शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक बीजेपी का एक भी सदस्य संसद में है, वह धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होने देंगे। उन्होंने इसे संविधान विरोधी बताते हुए कहा कि बीजेपी इसका विरोध करेगी

https://www.youtube.com/watch?v=pyyN7P2S63E।

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