नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया। इसके तहत दिए जाने वाले देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण के लिए पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को भी चुना गया। हालांकि, उन्होंने इस पुरस्कार को लेने से इनकार कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुद्धदेव भट्टाचार्य की तबीयत बेहद खराब है और वो बिस्तर पर हैं। राज्यसभा सांसद और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के नेता बिकाश भट्टाचार्य ने इसे बोगस बताते हुए कहा कि जहां तक मुझे पता है, यह पुरस्कार उनके द्वारा स्वीकार नहीं किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुद्धदेव भट्टाचार्य ने कहा कि मुझे पद्म भूषण प्राप्त करने जैसी कोई जानकारी नहीं है और अगर मुझे सम्मानित किया गया है तो मैं इसे लेने से इनकार करता हूं। आपको बता दें कि बुद्धदेव भट्टाचार्य साल 2000 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे थे। इसके साथ ही वह सीपीआई (मार्क्सवादी) के पोलितब्यूरो के सदस्य भी रह चुके हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (सार्वजनिक मामले), पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य, रम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साइरस पूनावाला, भारत बायोटेक के कृष्णा इल्ला, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई समेत 17 हस्तियों को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा।