23 अप्रैल पूर्ण मतदान, दुर्ग है तैयार के नारे के साथ जायेंगे आम लोगों के बीच
दुर्ग। जिले में 23 अप्रैल को होने वाले मतदान में शतप्रतिशत मतदान के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में सुबह से ही प्रशासनिक अमला और सेवाभावी संस्थाएं जुट जाएंगी। शहरी क्षेत्रों में इसकी शुरूआत पार्क से होगी। चुनिंदा पार्कों में मार्निंग वाक के लिए जुटे लोगों के मध्य 23 अप्रैल को मतदान के लिए प्रेरित करने का अभियान चलाया जाएगा। स्वीप कार्यक्रम की जानकारी देने के साथ ही लोगों को मतदान की शपथ भी दिलाई जाएगी।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अंकित आनंद ने यह निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि कई बार पार्कों में मार्निंग वाक के लिए जुटने वाले लोग अपने क्लब भी बनाते हैं। इनका सहयोग लेकर भी मतदान के लिए लोगों को प्रेरित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सेवाभावी संस्थाओं की इस संबंध में मदद लें। उन्होंने कहा कि सेवाभावी संस्थाओं एवं चौंबर आफ कामर्स जैसी संस्थाओं को भी स्वीप अभियान से जोड़ा जाएगा ताकि इसका बड़ा प्रभाव हो और अधिकाधिक लोगों तक मतदाता जागरूकता का संदेश पहुंच सके। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वसहायता समूहों की महिलाओं एवं अन्य सेवाभावी लोग मतदाता जागरूकता का कार्य करेंगे। वे परंपरागत तरीके से मतदान सूत्र (मौली धागा) बांधकर लोगों को मतदान के संबंध में संकल्पित करेंगे। उन्होंने कहा कि 23 अप्रैल पूर्ण मतदान, दुर्ग है तैयार, के स्लोगन के साथ लोगों के बीच जाएं और उन्हें बतायें कि मतदान में अपनी भागीदारी कर अपने जिले का मान बढ़ाएं। बैठक में अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बीबी पंचभाई भी उपस्थित थे।
अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि स्वीप अभियान को आगे बढ़ाने में सेवाभावी संस्थाओं एवं चेंबर आफ कामर्स की भी अहम भूमिका होगी। इनके साथ मिलकर ऐसी रणनीति बनाएंगे जिससे अधिकतम लोगों तक मतदान जागरूकता का संदेश फैले। उदाहरण के लिए कूरियर वालों के लेटर के साथ मतदान का संदेश भी चस्पा कर दिया जाएगा। टोल टैक्स नाके में मतदान जागरूकता के संदेश दिए जाएंगे। पीडीएस के राशन के साथ भी मतदान जागरूकता का संदेश दिया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि जहां बड़ी संख्या में भीड़ जुटती है वहां अपना संदेश प्रभावी रूप से रख सकते हैं और बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंच सकता है। इसके लिए ग्रामीण हाट-बाजार बेहतर जगह साबित हो सकते हैं। यहां नुक्कड़ नाटक एवं अन्य माध्यमों से मतदाता जागरूकता का संदेश दें। शहरों में भी यातायात एनाउंसमेंट में स्वीप का संदेश दें। जहां संभव हो, एलईडी स्क्रीन में स्वीप का संदेश दें।