भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम आदिवासी रानी रानी कमलापति के नाम पर रखने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन के नाम बदलने को लेकर केंद्र सरकार को ऐसे वक्त पत्र लिखा है, जब दो दिन बाद यानी सोमवार (15 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नए हबीबगंज रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने वाले हैं। 100 करोड़ की लागत से स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है। उद्घाटन से कुछ दिन पहले, मध्य प्रदेश सरकार ने इस सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक पत्र भेजा जिसमें हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम क्षेत्र की 18 वीं शताब्दी की गोंड रानी रानी कमलापति के नाम पर रखने की मांग की है।
वर्ल्ड क्लास हबीबगंज रेलवे स्टेशन उद्घाटन के लिए तैयार। #westcentralrailway @BhopalDivision @drmkota @drmjabalpur pic.twitter.com/fj3afPl6VE
— West Central Railway (@wc_railway) November 10, 2021
भोपाल हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव के पीछे का कारण बताते हुए मध्य प्रदेश सरकार के पत्र में कहा गया है कि स्टेशन का नाम बदलने से रानी कमलापति की विरासत और बहादुरी का सम्मान होगा।
यह लंदन पैरिस नहीं है
जो भड़वे चिल्ला रहे थे की प्राइवेट हाथो मे जाने से क्या होगा वो आंखे खोलकर देखो भारत का no -1 रेलवे स्टेशन भोपाल हबीबगंज
वाह शिवराज जी 👌🏻👌🏻👌🏻
15 नवंबर को मोदीजी करेंगे उदघाटन
हमारे भोपाल की किस्मत खुल गयी ♥️♥️
Love you मोदीजी और शिवराज सिंह चौहान जी pic.twitter.com/yeoLPUybZi— bhajan Mann आपका बाल्मीकि भाई (@MannSabar) November 10, 2021
रानी कमलापति गिन्नौरगढ़ के मुखिया निजाम शाह की विधवा गोंड शासक थीं। गोंड समुदाय में 1.2 करोड़ से अधिक आबादी वाला भारत का सबसे बड़ा आदिवासी समूह शामिल है। भाषाई रूप से, गोंड द्रविड़ भाषा परिवार की दक्षिण मध्य शाखा के गोंडी-मांडा उपसमूह से संबंधित हैं।
राज्य के परिवहन विभाग के पत्र में कहा गया है कि हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलना भारत सरकार के 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में श्रद्धेय आदिवासी नेता और स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की याद में मनाने के निर्णय के अनुसार है।
#MadhyaPradesh– प्रधानमंत्री @narendramodi 15 नवंबर को भोपाल में नए तरह से तैयार हुए हबीबगंज रेलवे स्टेशन का लोकार्पण करेंगे।हबीबगंज पुनर्विकास परियोजना के निदेशक ने बताया, “स्टेशन में 700 यात्रियों के बैठने की क्षमता हैं। स्टेशन सौर ऊर्जा से चलता है जो पर्यावरण के लिए अच्छा है।” pic.twitter.com/5GXWns5wpH
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सोमवार से (15 नवंबर) सरकार भारत में अनुसूचित जनजातियों के गौरव के सप्ताह भर चलने वाले उत्सव का आयोजन करेगी। मध्य प्रदेश सरकार का पत्र भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा स्टेशन का नाम बदलकर पूर्व प्रधान मंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की मांग के एक दिन बाद आया है।
प्रज्ञा ठाकुर जुलाई से राज्य सरकार से अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं से किए गए वादे को पूरा करने का अनुरोध कर रही थीं। हबीबगंज रेलवे स्टेशन के अलावा प्रज्ञा ठाकुर ने इस्लामपुरा का नाम जगदीशपुरा, ईदगाह का नाम गुरु नानक टेकरी और भोपाल के पास एक शहर ओबैदुल्लागंज का नाम बदलकर शिवपुर करने की मांग की है।