न्यूज़ डेस्क। अमेरिकी अखबार ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की साख खतरे में है। ऐसा लगातार बार-बार फेक और पक्षपाती खबरों के छापने के कारण हो रहा है। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने अब एक ताजा फेक न्यूज में कहा है कि अफगानों के लिए भारत द्वारा जारी ई-वीजा नीति मुसलमानों के खिलाफ भेदभावपूर्ण है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि भारत ने अफगानिस्तान के संकटग्रस्त नागरिकों को शरण देने के लिए एक ‘धार्मिक’ मानदंड अपनाया है, जो तालिबान संचालित राष्ट्र से हिंदुओं और सिखों के प्रत्यावर्तन को प्राथमिकता देगा।
India said it would prioritize the repatriation of Hindus and Sikhs from Afghanistan. The move drew comparisons to a recent citizenship law that discriminates against Muslims.https://t.co/vldjYN4ZOY
— The New York Times (@nytimes) August 17, 2021
शुरू से ही भारत विरोधी अप्रोच रखने वाले न्यूयॉर्क टाइम्स की यह खबर पूरी तरह से गलत, निराधार और झूठी है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि ई वीजा में धार्मिक आधार पर हिंदुओ और सिखों को प्राथमिकता दी जा रही है जबकि ई-वीजा फॉर्म में धर्म का कोई कॉलम ही नहीं है। उसमें सिर्फ नागरिकता की बात की गई है। ये ई-वीजा अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखते हुए शुरू किया गया है और इसमें देश छोड़ने वाले अफगान नागरिकों के लिए धर्म से संबंधित कोई मानदंड रखा ही नहीं गया है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सलाहकार कंचन गुप्ता ने न्यूयॉर्क टाइम्स की इस फेक खबर पर आपत्ति जताते हुए इसे दुष्प्रचार करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारत ना सिर्फ अपने अफगान साथियों के साथ खड़ा है, बल्कि सभी के लिए तुरंत ई-वीजा की व्यवस्था भी कर रहा है। अच्छा होता कि न्यूयॉर्क टाइम्स भारत के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने की जगह अफगानियों को अपने भाग्य पर छोड़कर भागने वाले अमेरिका पर ध्यान केंद्रित करता।
Instead of peddling gross distortions and #FakeNews on #India, it would be better if @nytimes were to focus on #US abandoning #Afghanistan and leaving Afghans to their fate.
Neither Operation Infinite Justice nor Operation Enduring Freedom. But that’s Western Media for you.
2n— Kanchan Gupta (Hindu Bengali Refugee)🇮🇳 (@KanchanGupta) August 17, 2021
हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स ने विज्ञापन निकाला था जिसमें कहा था कि उसे भारत में ऐसा पत्रकार चाहिए जो मोदी और हिंदुओं का विरोधी हो। भारत विरोधी मानसिकता रखने वाले इस अखबार की क्रेडिबिलिटी निचले स्तर पर पहुंच गई है। अब इस फेक न्यूज के बाद लोग इसी पर चर्चा कर रहे हैं।
#Gravitas | The New York Times has published a fake news report claiming India is prioritising Afghan Hindus & Sikhs for visas. But India's emergency visa portal is open to all persecuted Afghans, irrespective of religion. @palkisu busts NYT's misleading report#SaveAfghanWomen pic.twitter.com/w9FDKu56tI
— WION (@WIONews) August 18, 2021
Who is USA prioritising?
Who ran away from AFG in the night?
Aren’t Hindus & Sikhs most vulnerable in AFG?
In #OperationRaahat during Yemeni crisis, India saved ~4600 Indians & ~1000 foreigners from >40 nations
We gave vaccines to >80 nations
We don’t need sermons from you
— PallaviCT (Modi Ka Parivar) (@pallavict) August 17, 2021
Because Hindus and Sikhs are virtually wiped out from Afghanistan which was once their land. Only a tiny minority remain.
And for the I’ll-informed writers for hire, India was partitioned to create a separate homeland for Muslims. Once that happens to your country, then speak.
— Sankrant Sanu सानु संक्रान्त ਸੰਕ੍ਰਾਂਤ ਸਾਨੁ (@sankrant) August 18, 2021
The emergency visa for Afghan nationals who want to come to India amid the Taliban takeover in #Afghanistan is open to all communities, sources in the Ministry of Home Affairs (MHA) have told ThePrint.
— Dr Ambrish Mithal (@DrAmbrishMithal) August 18, 2021
Show me the religion column here. pic.twitter.com/33weS90351
— OnePlanet-OneHumanity (@swarup06me) August 18, 2021
Plz check ur facts. The least you can do is disseminate correct information to Afghans amidst the Chaos and uncertainty. E visas open to all irrespective of faith. Plz put pol agendas aside at this time of crisis.
— Raghav Sharma (@raghavsharma83) August 17, 2021