नोएडा। कोरोना वायरस महामारी के चलते परिवार के परिवार उजड़ रहे हैं। बच्चे अनाथ हो रहे हैं तो वहीं, मां-बाप भी अपने बच्चों को खो रहे हैं। ऐसे में कोविड संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए नोएडा पुलिस ने ‘आसरा’ पहल की शुरूआत की है। इस बाबत डीसीपी महिला सुरक्षा (नोएडा) वृंदा शुक्ला ने कहा कि बच्चों की स्नातक तक पढ़ाई और उनकी परवरिश का जिम्मा आसरा ने लिया है।
डीसीपी महिला सुरक्षा (नोएडा) वृंदा शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘कोविड से जिन माता-पिता की मृत्यु हुई या संक्रमित हैं और अस्पताल में हैं, ऐसे में बच्चों की देखभाल के लिए कोई नहीं है। ऐसे बच्चों के लिए हमने ‘आसरा’ नाम की पहल शुरू की है। कहा कि अब तक चार अनाथ बच्चे हमारे पास आए हैं, जिनके माता-पिता दोनों की संक्रमण की वजह से मौत हो गई है। चारों बच्चों की स्नातक तक पढ़ाई, उनकी परवरिश का जिम्मा आसरा ने लिया है।’
उन्होंने बताया कि यह मुहिम पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के नेतृत्व में शुरू हुई है। वृंदा शुक्ला ने बताया कि 15 बच्चे आसरा को ऐसे मिले हैं, जिनके माता-पिता दोनों कोविड से संक्रमित हैं। इन बच्चों को खाना-पीना तथा दवाई आदि उपलब्ध कराई जा रही है। बताया कि आसरा मैं सहयोग के लिए गौतम बुद्ध नगर के कुछ उद्योगपति, प्रबुद्ध लोग तथा सामाजिक संगठन जुड़े हुए हैं और अलग-अलग तरह से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कुछ लोग बच्चों की काउंसलिंग कर रहे हैं, तो कुछ लोग उनके खाने-पीने तथा दवाई में मदद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ लोग आर्थिक सहयोग कर रहे हैं।
पुलिस उपायुक्त ने जनपद के लोगों से अपील की कि अगर उन्हें कहीं पर अनाथ बच्चे मिलें, तो वह उन्हें सूचित करें। इसके लिए फोन नंबर भी जारी किया है। नोएडा पुलिस ने कहा कि जिन्हें आसरा चाहिए तो वे हमें 112 नंबर या 9870395200 पर सूचित कर सकते हैं।