छत्तीसगढ़ के बजट का आंकड़ों में लेखा जोखा
वर्ष 2018-19 का पुनरीक्षित अनुमान
राजस्व प्राप्ति के बजट अनुमान 72 हजार 867 करोड़ की तुलना में पुनरीक्षित अनुमान 74 हजार 28 करोड़ है। व्यय का बजट अनुमान 83 हजार 179 करोड़ से बढ़कर पुनरीक्षित अनुमान 93 हजार 8 करोड़ है। राजस्व घाटा का पुनरीक्षित अनुमान 6 हजार 342 करोड़ है। बजट में सकल वित्तीय घाटा 9 हजार 998 करोड़ अनुमानित था। पुनरीक्षित अनुमान में यह बढ़कर 18 हजार 768 करोड़ होगा। बजट के गैरजरूरी एवं कम महत्व के मदों पर व्यय में कटौती कर के तथा राजस्व के साधनों में वृद्धि करके राजस्व घाटा को कम करना तथा राजकोषीय घाटे को निर्धारित सीमा के भीतर रखने का प्रयास किया जायेगा।
वर्ष 2019-20 का बजट अनुमान
वर्ष 2019-20 हेतु कुल राजस्व प्राप्तियां 79 हजार 746 करोड़ अनुमानित है। इसमें राज्य का राजस्व 31 हजार 755 करोड़ एवं केन्द्र से प्राप्त होने वाली राशि 47 हजार 991 करोड़ है। वर्ष 2019-20 के लिए अनुमानित सकल व्यय 95 हजार 899 करोड़ का है। सकल व्यय से ऋणों की अदायगी एवं पुर्न प्राप्तियों को घटाने पर शुद्ध व्यय 90 हजार 909 करोड़ अनुमानित है। राजस्व व्यय 78 हजार 595 करोड़ एवं पूंजीगत व्यय 12 हजार 110 करोड़ है। वर्ष 2019-20 में पूंजीगत व्यय कुल व्यय का 13.32 प्रतिशत है। प्रदेश में अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति वर्ग के विकास के लिए अनुसूचित जनजाति उपयोजना मद में 15 हजार 989 करोड़ एवं अनुसूचित जाति उपयोजना मद में 5 हजार 485 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है। वर्ष 2019-20 के बजट में सामाजिक क्षेत्र के लिए 36 प्रतिशत, आर्थिक क्षेत्र के लिए 44 प्रतिशत एवं सामान्य सेवा क्षेत्र के लिए 20 प्रतिशत का प्रावधान किया गया है।
राजकोषीय स्थिति
लगातार बढ़ते आवश्यक राजस्व खर्चों के कारण निश्चित तौर पर इस वर्ष राजस्व व्यय में वृद्धि हुई है किन्तु गैर जरूरी एवं अनावश्यक मदों पर होने वाली फिजूल खर्ची को रोककर हमने इसकी भरपाई करने का पूर्ण प्रयास किया है। परिणामस्वरूप 2019-20 के बजट में 1 हजार 151 करोड़ का राजस्व आधिक्य अनुमानित है। राज्य का सकल वित्तीय घाटा 10 हजार 881 करोड़ अनुमानित है, जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 2.99 प्रतिशत एवं निर्धारित सीमा के भीतर है। वर्ष 2019-20 हेतु कुल प्राप्तियां 91 हजार 542 करोड़ के विरूद्ध शुद्ध व्यय 90 हजार 909 करोड़ अनुमानित है। इन वित्तीय संव्यवहारों के फलस्वरूप 632 करोड़ की बचत अनुमानित है। वर्ष 2018-19 के संभावित घाटा 5 हजार 344 करोड़ को शामिल करते हुए वर्ष 2019-20 के अंत में 4 हजार 711 करोड़ का बजट घाटा अनुमानित है।
कर प्रस्ताव
2019-20 के लिए कोई नया कर प्रस्ताव नहीं है। छत्तीसगढ़ की जनता को हमसे अपार अपेक्षाएं हैं। उन अपेक्षाओं की कसौटी पर खरा उतरना ही हमारा लक्ष्य है। बहुत कम समय में ही हमारी सरकार ने कई जन कल्याणकारी निर्णय लेकर जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने का काम किया है। इस बजट के माध्यम से समुचित वित्त व्यवस्था करके हमने अपने निर्णयों का क्रियान्वयन आगे भी जारी रखने का मार्ग प्रशस्त किया है। गढ़बो नवा छत्तीसगढ से प्रेरित हमारी सरकार की दृढ इच्छा शक्ति और बजट के ठोस प्रावधानों से छत्तीसगढ़ में प्रगति और खुशहाली का एक नया अध्याय आरंभ होगा। इन्हीं शब्दों के साथ वर्ष 2019-20 का वार्षिक वित्तीय विवरण तथा अनुदान की मांगे सदन के समक्ष प्रस्तुत है।