नई मछुआ नीति में मछुआ समाज के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश सरकार की नई मछुआ नीति मछुआ समाज के हितों को ध्यान में रखकर तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के महादेव घाट स्थित खारुन पैलेस में छत्तीसगढ़ निषाद समाज के राज्यस्तरीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर समाज की गतिविधियों की वेबसाइट और युवक-युवती परिचय सम्मेलन के अवसर पर प्रकाशित पुस्तिका ’’मिलन मंजूषा’’ का विमोचन किया। विधायक सर्वश्री सत्यनारायण शर्मा, विकास उपाध्याय और श्री कुमार निषाद विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शादी-ब्याह में फिजूलखर्ची रोकने के लिए सामूहिक विवाह की परंपरा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। हरदिया साहू समाज और आदिवासी समाज द्वारा इस दिशा में सराहनीय काम किया गया है। हरदिया साहू समाज द्वारा पिछले वर्ष आयोजित सामूहिक विवाह समारोहों में लगभग 1100 जोड़ों का विवाह हुआ।
मुख्यमंत्री ने शराब को सामाजिक बुराई बताते हुए, शराब पर पाबंदी लगाने के लिए समाज से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के लिए समाज को सक्रिय होना होगा और शराब पीने वाले सदस्यों को दंडित करने का प्रावधान भी सामाजिक स्तर पर करना होगा। राज्य सरकार द्वारा शराबबंदी पर अध्ययन के लिए एक कमेटी गठित की जाएगी, जो बहुत जल्द अपनी रिपोर्ट देगी। श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों का कर्जा माफ कर दिया है और जल्द ही बिजली बिल हाफ करने की कार्रवाई भी की जाएगी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ निषाद समाज के महासचिव श्री सीताराम निषाद, छत्तीसगढ़ मछुआ महासंघ के अध्यक्ष श्री एम.आर. निषाद और महिला संगठन की अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता निषाद सहित समाज के अनेक पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
* मुख्यमंत्री शामिल हुए निषाद समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन में सामूहिक विवाह समारोहों को बढ़ावा देने की अपील