राज्य के सभी पंजीकृत श्रमिकों का बनेगा क्यूआर-चिपयुक्त पहचान पत्र : डॉ. शिव डहरिया

राज्य के सभी पंजीकृत श्रमिकों का बनेगा क्यूआर-चिपयुक्त पहचान पत्र : डॉ. शिव डहरिया

रायपुर। श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने आज यहां सिविल लाईन स्थित ऑडिटोरियम में विभागीय काम-काज की समीक्षा की। डॉ. डहरिया ने बताया कि राज्य के सभी पंजीकृत श्रमिकों का क्यूआर-चिपयुक्त पहचान पत्र जल्द बनाने की कार्यवाही शुरू की जाएगी। इस चिपयुक्त पहचान पत्र में श्रम विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी सहित संबंधित श्रमिक की भी जानकारी उपलब्ध रहेगी, जिससे श्रमिक शासन की योजनाओं से अवगत हो सकेंगे। उन्होंने बैठक में कहा कि विशेष अभियान चलाकर हाईजिनिक लैब में कारखानों से होने वाली वायु और ध्वनि प्रदूषण की जांच की जाए। विभिन्न योजनाओं के तहत श्रमिकों के कौशल विकास के लिए लंबित राशि तत्काल आवंटित की जाए।

मंत्री डॉ. डहरिया ने समीक्षा बैठक में कहा कि श्रम विभाग श्रमिकों के कल्याण के लिए बना है। शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से और समय-सीमा में होना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक श्रमिकांे को उनका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न कारखानों में काम करने वाले श्रमिकांे के स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं उनके कल्याण से संबंधित अधिनियमों के प्रावधानों का क्रियान्वयन सुनिश्चित हो तथा श्रम पदाधिकारी समय-समय पर कारखानों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के पश्चात यदि संबंधित कारखानों में खामी पायी जाती है तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए। डॉ. डहरिया ने श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रदान की जा रही योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए।

डॉ. डहरिया ने कहा कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत लंबित कार्यो को निर्धारित समय-सीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को की जाने वाली सामग्री वितरण की भी जानकारी प्राप्त की और जहां सामग्री शेष हैं उन्हें वास्तविक हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बालक एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) संशोधन अधिनियम 2016 के तहत 14 वर्ष से कम आयु के बालकों का पूर्णतः नियोजन न हो इसकी भी नियमित मॉनिटरिंग करने को कहा।

डॉ. डहरिया ने श्रम कल्याण मंडल, असंगठित कर्मकार कल्याण मंडल और भवन एवं अन्रू सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के कार्यो की भी समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि श्रम कल्याण मंडल के तहत एक लाख 42 हजार 563 पंजीकृत श्रमिक है। असंगठित श्रमिक कल्याण मंडल के अंतर्गत 15 लाख 64 हजार 508 पंजीकृत श्रमिक है तथा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल में 19 लाख 57 हजार 187 पंजीकृत श्रमिक है। डॉ. डहरिया ने सभी श्रमिकों के मोबाइल नम्बर, खाता नम्बर और आधार नम्बर अपडेट करने और मुख्यमंत्री कौशल विकास एवं परिवार सशक्तिकरण के लंबित कार्यो को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। संचालित विभिन्न बीमा योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को समय-सीमा में दिया जाना सुनिश्चित हो। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के तहत 1 जनवरी 2019 से 30 जून की स्थिति में एक लाख 49 हजार 154 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।

डॉ. डहरिया ने छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल द्वारा संचालित शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना, शैक्षणिक छात्रवृत्ति योजना, कन्या विवाह योजना, सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण केन्द्रों और सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित श्रमिकों के लिए आर्थिक सहायता योजना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत और केन्द्र खोलने के लिए जिलों से प्रस्ताव भेजा जाए।

बैठक में श्रम विभाग के सचिव सुबोध सिंह, उप श्रमायुक्त एस.एल. जांगड़े, सरिता मिश्रा सहित प्रदेश भर के श्रमपदाधिकारी उपस्थित थे।

* कारखानों में वायु और ध्वनि प्रदूषण की जांच के लिए चलेगा अभियान

* श्रमिकों के कौशल विकास के लिए लंबित राशि तत्काल जारी करने के निर्देश

* श्रम मंत्री ने विभागीय काम-काज की समीक्षा की

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