जिले में मॉडल गौठान ले रहा है मूर्तरूप : जिले के 28,613 पशुओं के लिए बनाये जा रहे 83 गौठान
उत्तर बस्तर कांकेर। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे ने बताया कि कलेक्टर श्री के.एल. चौहान के मार्गदर्शन में सुराजी योजना के तहत जिले में कुल 83 गौठान प्रथम चरण में बनाये जा रहे है, तथा प्रत्येक विकासखण्ड में एक-एक मॉडल गौठान बनाकर वहां पशुओं के लिये सर्व सुविधा युक्त पानी, सोलर पम्प, पानी टंकी, कोटना, चबूतरा, गौठान व चारागाह के चारों तरफ फेसिंग, पशुओं हेतु चारा स्व सहायता समूहो ंके आर्थिक रूप में सुदृढ़ गौठानों में 30-30 वर्मी कम्पोस्ट खाद के पैड बनाये जा रहे है।
जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में एक-एक मॉडल गौठान बनकर तैयार हो गया है। पशुओं के लिए गौठान में सर्वसुविधायुक्त व्यवस्था की गर्इ है, जिसमें पानी, कोटना, चबूतरा, फेसिंग, चारे की व्यवस्था की गर्इ है। ‘‘वर्मी कम्पोस्ट’’ खाद बनाकर महिलायें अर्थिक रूप से सशक्त हो रही है। गौठान के माध्यम से ग्रामीण आर्थिक व्यवस्था एवं रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिले में 28,613 पशुओं के लिए 83 गौठान, चारागाह बनाये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन की चार चिन्हारी नरवा, गरूवा घुरवा एवं बाड़ी योजना कांकेर जिले में सार्थक हो रही है।
मॉडल गौठानों मे गौठान के संचालन हेतु ग्राम गौठान समिति का गठन किया गया है। गौठानों में सर्व सुविधायुक्त होने से गांव वाले में अति उत्साह देखने को मिल रहा है। वे अपने गाय, पशुओं को गौठानों मे भेजने लगे है। जिले के 76 गौठानों में कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है। इन गौठानों में दो-दो सौ व चारागाह में 15 सौ से 2 हजार गढ्ढे कर फलदार पौधरोपण करने की तैयारी की जा रही है, ताकि वहां गौठान प्राकृतिक रूप से छायादार रहे व प्रति पेड़ देख-रेख के हिसाब से मनरेगा के तहत समूह की महिलाओं को भी आमदनी भी प्राप्त हो सके।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे के निर्देशन पर प्रथम चरण में 83 गौठान व चारागाह स्वीकृत किये गये थे, जिसमें जिले के 275 एकड़ में गौठान निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 28,613 जानवर रहेंगे। सुराजी योजना के तहत जिले के चिन्हाकित गांवों में शत्-प्रतिशत बाड़ी योजना के तहत नये व पुराने बाड़ी का निर्माण, घुरवा योजना के तहत नाडेप टंकी, घुरवा उन्नयन, भूनाडेप व उस गांव में अन्य नरवा और नाले के जीर्णोधार के कार्य किये जा रहे हैं, जिनके क्रियान्वयन के साथ ग्रामों में मनरेगा के तहत बाड़ी, घुरवा, नरवा के कार्य स्वीकृत कर बनाये जा रहे है।
जिला पंचायत के सी.र्इ.ओ. ने नरहरपुर विकासखण्ड के मॉडल गौठान मानिकपुर, लखनपुरी का निरीक्षण कर ‘‘मॉडल गौठान’’ में जानवरों, पशुओं के लिये सर्वसुविधायुक्त व्यवस्था व चारे हेतु नेपियर घास को देखकर प्रसन्न हुए। उन्होंने मानिकपुर मॉडल गौठान में ग्रामीणों एवं समूह की महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से यहां पर 80 जानवर गौठान में आने लगे हैं। मानिकपुर के सरपंच ने बताया कि मॉडल गौठान बनने से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। डॉ कन्नौजे ने मनरेगा के तहत गौठान में निर्मित पुराने डबरी को गहरीकरण कर वहां महिला समूह को मछली पालन कराने के निर्देश जनपद पंचायत के सी.र्इ.आ.े को दिये।