ताजमहल में शुरू हुई नई व्यवस्था, तीन घंटे से ज्यादा रुके तो कराना पड़ेगा ‘रीचार्ज’
आगरा। भारत के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों और विश्व के अजूबों में से एक आगरा के ताजमहल में पर्यटकों के लिए जल्द ही नई व्यवस्था लागू की गई है। इस व्यवस्था के अन्तर्गत मकबरे में प्रवेश के लिए अब मैगनेटिक क्वाइन का प्रयोग किया जाएगा। पर्यटक इस क्वाइन को मकबरे के बाहर लगे गेट पर स्कैन कर के अन्दर जा सकेंगे। य़े व्यवस्था काफी हद तक मेट्रो जैसी ही है। मैगनेटिक क्वाइन स्कैन करने के बाद उसकी वैधता तीन घंटे के लिए के लिए ही होगी। इसलिए मकबरे में तीन घंटे से ज्यादा देर तक रुकने के लिए क्वाइन को दोबारा रिचार्ज करना होगा। इस क्वाइन के साथ ही एक प्रिंटेड रसीद भी दी जाएगी। फिलहाल यह व्यवस्था मंगलवार से ही लागू कर दी गई है और मंगलवार को ही पर्यटकों को मैग्नेटिक क्वाइन देना शुरू कर दिया गया है। अगले एक दो दिनों तक परिक्षण करने के बाद यह व्यवस्था पूरी तरह से लागू कर दी जाएगी।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ताजमहल में लगने वाली भीड़ से निजात पाने के लिए काफी दिन से कोशिश कर रहा था। इसी लिए ताजमहल के बाहर गेट पर टर्न स्टाइल गेट की भी व्यवस्था की गई औऱ फिर अब मैगनेटिक क्वाईन की व्यवस्था लागू की गई। हालांकि अब पर्यटन सीजन में ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह व्यवस्था कितनी सफल हो सकी है।
ताजमहल में प्रवेश के लिए पर्यटकों को चार तरह के क्वाइन दिए जाएंगे। इनमें से पहला क्वाइन नीले रंग का है जो भारतीय पर्यटकों को दिया जाएगा। दूसरा क्वाइन हरे रंग का है जो विदेशी पर्यटकों को दिया जाएगा। वहीं सार्क और बिम्सटेक देशों के पर्यटकों के लिए ग्रे रंग के क्वाइन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 15 साल से कम उम्र के बच्चों को पीले रंग का क्वाइन दिया जाएगा जो जीरो वैल्यू का होगा।