किरंदुल आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे जोगी
दंतेवाड़ा। कोई विरोध प्रदर्शन हो और राजनीतिक दल के नेता न पहुंचे ऐसा संभव नहीं है। अपने नफा नुकसान का आकलन वे कर लेते हैं। किरंदुल एनएमडीसी में 13 नंबर खदान को लेकर चल रहे आदिवासियों के आंदोलन को समर्थन देने पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी लौह नगरी पहुंचे और ग्रामीण आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि मरते दम तक वे उनके साथ हैं।
जोगी ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वे झूठ बोल रहे है। अगर चाहे तो अडानी के साथ हुए अनुबंध दो मिनट में रद्द हो सकता है। उन्होंने कहा कि कवासी लखमा मेरे छोटे भाई है और आज बस्तर के बड़े नेता और सरकार में उद्योग मंत्री है। वे खुद इस अनुबंध को रद्द कर सकते है और अगर सरकार बात नही मानती है तो वे इस्तीफा दे कर इस आंदोलन में कूद सकते है। नंदराज भगवान राम की तरह ही है, जो 13 नंबर बैलाडिला की पहाडि़यों में विराजमान है। हम किसी भी हाल में खदान खुलने नही देंगे और अपनी अंतिम सांस तक लड़ेंगे। एनएमडीसी में 13 नंबर खदान को अडानी के देने के बाद से ही ग्रामीण इसका विरोध करते आ रहे है।