खुद गाड़ी ड्रइव करके एसपी ने बिमार महिला को ले गए अस्पताल
सुकमा। एसपी डीएस मरावी गांव वालों के दिलों में उस वक्त गहरी छाप छोड़ गए, जब गांव की बिमार महिला को खुद ड्राइवर बनकर अस्पताल पहुंचाया। एसपी मरावी की इस पहल से ग्रामीण महिला की जान बच गई। दरअसल एक महिला लंबे समय से पेट दर्द की बिमारी से पीडि़त थी। महिला की हालत की जानकारी मिलते ही एसपी मरावी ने उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर अस्पातल पहुंचाया। साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि अगर सुकमा में उसकी तबियत में सुधार नहीं आता तो जगदलपुर के अस्पातल में भर्ती कराया जाएगा।
वहीं, दूसरी ओर तमेलवाड़ा निवासी पदम गंगा जंगली सूअर के हमले से बुरी तरह घायल हो गया था। ग्रामीणों ने इस मामले की जानकारी तमेलवाड़ा स्थित सीआरपीएफ 150वी बटालियन के जवानों को दी। जवानों ने घायल युवक को उपचार के लिए कैंप लाया, जहां उसे प्राथमिक उपचार के बाद दोरनापाल अस्पताल भेजा गया। जवानों ने घायल युवक के इलाज के लिए कैंप के आर्थिक मदद भी की। इस दौरान कम्पनी कमांडर गौतम भी मौजूद थे।
मिली जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित इलाक़ों मे चलाए जा रहे नक्सल विरोधी जन जागरूकता अभियान मे सामिल होने सुकमा एसपी डीएस मरावी नक्सल प्रभावित गाँव बोड्डीगुड़ा गाँव पहुंचे थे। यहां वे ग्रामीणों को नक्सलियों की नितियों का खुलासा करते हुए जागरूक किया। इस दौरान एसपी मरावी ग्रामीणों के आमंत्रण पर आदीवासी संस्कृति के महत्वपूर्ण त्योहार मे सामिल हूए और ग्रामीणों के साथ ग्रामीण अंदाज मे ही लोगों के बीच भोजन भी किया।
इस दौरान ग्रामीणों ने एसपी मरावी को कुछ ग्रामीणों के बिमार होने की जानकारी दी। जिसके बाद डीएस मरावी ने गांव के सभी बीमार ग्रामीणों को बुलाकर उनसे मुलाकात की। जांच के दौरान गांव की महिला सरियम विरी पेट दर्द से कराह रही थी, महिला की हालत काफ़ी गंभीर थी। महिला की हालम देख एसपी ने तत्काल अपनी वाहन मँगाई और स्वयं एसपी डीएस मरावी बीमार महिला को लेकर निकल पड़े। पहले महिला को दोरनापाल थाने लाया गया, जहां कुछ देर रूकने के बाद महिला की हालत बिगडती देख उसे सुकमा जिला अस्पताल में दाखिल कराया।
एसपी डीएस मरावी द्वारा बोड्डीगुड़ा गांव मे ग्रामीणों से सम्पर्क किए जाने पर पता चला की गांव के दर्जन भर ग्रामीण अलग अलग बीमारियों से पीडि़त हैं। इसके बाद एसपी डीएस मरावी ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी ग्रामीणों के आने जाने एंव खाने की व्यवस्था करते हूए सभी का इलाज कराया जाए। सुकमा एसपी डीएस मरावी ने बताया कि हमें सुकमा के ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए भेजा गया है। यही हमारा दायित्व है। यदि लोगों को किसी भी तरह की समस्या है, तो हम हमेशा उनकी की मदद के लिए तत्पर हैं।