मूर्त रूप ले रहा है 50 गौठान
गरियाबंद। जिले में 50 गौठान अब आकार लेने लगा है। इनमें से 10 गौठान आदर्श गौठान के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर के. खुटे ने बताया कि 9 करोड़ 69 लाख 67 हजार रूपये की लागत से लगभग 315.19 एकड़ में विस्तारित इन गौठानों में 46 हजार 300 मवेशी रहेंगे। जिले के इन आदर्श गौठानों में 3-3 कोटना, मचान, पैरावट, सी.पी.टी. का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं 35 गौठानों में पानी की व्यवस्था भी पूरी हो गई है। इनमें से 9 गौठानों में सोलर पंप के माध्यम से पानी दिया जा रहा है। गौठान को छायादार और आरामदायक बनाने के लिए 200 वृक्षारोपण करने की भी तैयारी हो गई है। गौठानों में कृषि विभाग द्वारा 3-3 वर्मीबेड व नाडेब टैंक बनाया जा रहा है। गौठानों के समीप 708 एकड़ रकबा में 50 चारागाह भी तैयार किया जायेगा। जिसकी लागत 2 करोड़ 51 लाख 46 हजार रूपये है। इनमें से स्वीकृत 33 चारागाह विकास कार्य प्रगति पर है। आदर्श गौठान सेम्हारतरा के किसान रोहित साहू, सढ़ौली के सोपसिंह कश्यप, चमारराय श्रीमाली, योगेश्वर शांडिल्य, कोपरा के अवध सिन्हा, ठाकुरराम साहू, मालगांव के राजाराम यादव, जितेन्द्र निषाद मवेशी मालिकों और किसानों ने गौठान निर्माण पर खुशी जताते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ शासन की एक दूरदर्शी योजना है। इससे ग्रामीण परम्परगत अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। पहले हम लोग पशुधन को बेचने का विचार कर रहे थे, परन्तु गौठान निर्माण से हम एक बार फिर पशुपालन पर विशेष जोर देंगे। अब हमारे मवेशी इधर-उधर नहीं भटकेंगे बल्कि गौठान में सुरक्षित रहेंगे।