तिरूअनंतपुरम में सीख रहे हैं छग के 6 बच्चे लर्न टू लीव टू गेदर
रायपुर। भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली द्वारा केरल तिरूअनंतपुरम में 28 मई से 3 जून तक आयोजित लर्न टू लीव टू गेदर कैंप में छत्तीसगढ़ के बच्चे मेलजोल के गुर सीख रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद की अध्यक्ष गीता सिद्धार्थ एवं कार्यकारिणी सदस्य राजेंद्र निगम के नेतृत्व में कैंप में छत्तीसगढ़ के 6 बच्चे शामिल हैं। कैंप में देश के 2 सौ बच्चे अपने-अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
लर्न टू लीव टू गेदर कैंप में रायपुर की मानसी पांडेय, समृद्धि गुप्ता, देव्यांश ग्वाला, अनुज सिंह ठाकुर शामिल हैं। इसके अलावा साजा से मिताली मानिकपुरी और महासमुंद सेे अक्षत जैन शामिल हैं। राजेंद्र निगम ने बताया कि कैंप के पहले दिन मंगलवार को सुबह शामिल बच्चों का मैंगो, पाइनेएप्पल जैसे विविध फलों के नाम पर ग्रुप बनाया गया है। ग्रुप में अलग-अलग राज्यों के बच्चों को शामिल किया गया है। बच्चों के आई कार्ड के दूसरी ओर वाद्य और अन्य चिन्ह अंकित किए गए हैं। इन चिन्हों के आधार पर बच्चों को अपने दोस्त तलाशना है। दोस्त की तलाश पूरी होने पर उसके बारे में उन्हें पूरी जानकारी हासिल करना है और उस जानकारी को बच्चों के साथ साझा करना है। कैंप के निर्धारित टाइम टेबल में योगा, क्राफ्र्ट, पेंटिंग के अलावा बच्चों को प्लेनेटेरियम, म्यूजियम का भ्रमण भी कराया जाएगा।