आखिर सुरक्षित घर लौटा विराट,दो आरोपी गिरफ्तार
बिलासपुर। पिछले छह दिनों से करबला रोड के पास से लापता विराट सराफ को आखिरकार पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद ढूंढ निकाला और उसे सकुशल सुबह पाँच बजे उसके माता-पिता को सौंप दिया। मोबाइल कॉल डिटेल व लोकेशन के जरिए पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में सफल हो गई।पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। जल्द ही पुलिस ब्रीफिंग करेगी।
घर के लाडले की लौटने की खुशी केवल सराफ परिवार ही बयां कर सकते हैं। छह दिनों से अपने लाड़ले की राह तकते इस घर को सुबह साढ़े पाँच बजे अगर किसी की आवाज ने सबको ख़ुशी के आँसू से सराबोर कर दिया तो वह आवाज उसी मासूम विराट की थी। विराट को सुबह पाँच बजे पुलिस दल लेकर उसके घर पहुँचा। इस बीच विराट को कौन लोग ले गए थे क्यों ले गए थे और इन दिनों में कहां रखा सब कुछ पुलिस पूरी तहकीकात के बाद खुलासा करेगी। पूरी पुलिस टीम को बिलासपुर ही नहीं बल्कि अन्य जगहों से भी इस प्रयास के लिए बधाई मिल रही है।पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा टीम की नेतृत्व कर रहे थे। अपहरणकर्ता विराट को जरहाभाठा मिनिबस्ती के पन्नानगर नगर स्थित मकान में छिपाकर रखे थे। आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। उन्होंने फिरौती के लिए विराट का अपहरण किया था।शुक्रवार की सुबह जैसे ही विराट के मिलने की खबर आई तो परिजन के खुशी के आंसू छलक उठे। देखते ही देखते विराट के घर में दीवाली का माहौल बन गया। जमकर हुई आतिशबाजी, मिठाईयां भी बांटी गई।
विराट ने बताई आपबीती-
घर लौटने के बाद मासूम विराट ने अपनी आपबीती माता-पिता और पुलिस को बताई। उसने बताया कि उसे आरोपियों ने बंद कमरे में रखा था और सिर्फ बिस्किट खाने के लिए दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने मासूम विराट के साथ कई बार मारपीट भी की। उसने बताया कि कई बार मैंने भी गुस्से में अपहरणकर्ताओं को थप्पड़ मार दिए थे।
सीएम ने किया ट्वीट-
इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट कर विराट की वापसी पर खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, विराट सुरक्षित घर लौट आया है। इन पांच दिनों मैं भी परिजनों की चिंता में शामिल रहा। मैं छत्तीसगढ़ की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि क़ानून व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होगा और हमारी सरकार हर किसी के साथ खड़ी रहेगी। मुस्तैदी के लिए पुलिस विभाग को बधाई।