पीएम मोदी ने अक्षय कुमार को दिया पहला गैर राजनैतिक इंटरव्यू, बातचीत में PM मोदी ने अपने जिंदगी के कुछ अनछुए पहलुओं को किया साझा, हल्के अंदाज में अपने जीवन के कई पहलुओं पर डाला प्रकाश।

पीएम मोदी ने अक्षय कुमार को दिया पहला गैर राजनैतिक इंटरव्यू, बातचीत में PM मोदी ने अपने जिंदगी के कुछ अनछुए पहलुओं को किया साझा, हल्के अंदाज में अपने जीवन के कई पहलुओं पर डाला प्रकाश।

अक्षय कुमार ने पीएम मोदी से बातचीत में कहा की उनकी ड्राइवर की बेटी ने सवाल किया कि क्या पीएम मोदी आम खाते हैं?

इसके जवाब में PM ने कहा कि हाँ ‘मैं आम खाता हूं और मुझे आम पसंद भी है। वैसे जब मैं छोटा था तो हमारे परिवार की स्थिति ऐसी नहीं थी की खरीद कर खा सकें। लेकिन हम खेतों में चले जाते थे और वहां पेड़ के पके आम खाते थे’ पीएम मोदी ने आगे के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कभी मेरे मन में प्रधानमंत्री बनने का विचार नहीं आया और सामान्य लोगों के मन में ये विचार आता भी नहीं हैं और मेरा जो फैमिली बैकग्राउंड हैं उसमें मुझे कोई छोटी नौकरी मिल जाती तो मेरी मां उसी में पूरे गाओं को गुड़ खिला देती।

अक्षय कुमार ने सवाल किया क्या आप फौज में जाना चाहते थे ?

जिसके जवाब में PM मोदी ने कहा कि ‘बचपन में मेरा स्वाभाव था किताबें पढ़ना, बड़े बड़े लोगों का जीवन पढ़ता था। मैं सैनिकों को देखता था और उनकी देशभक्ति मुझे प्रेरित करती थी। मैं राम कृष्ण मिशन से जुड़ा था और वहां के लोगों से प्रेरित था। कभी फ़ौज वाले निकलते थे तो बच्चों की तरह खड़ा होकर उन्हें सेल्यूट करता था। मैंने पीएम बनने के बारे में कभी नहीं सोचा था। जो सोचा नहीं था वो बन गया. भटकते-भटकते यहां पहुंच गया। मैं अपने सवालों से ही जवाब ढूंढता था।

अक्षय कुमार ने सवाल किया क्या आपको गुस्सा आता हैं?

इसके जवाब में PM मोदी में कहा इतने लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहा लेकिन मुझे कभी गुस्सा व्यक्त करने का अवसर नहीं आया, मैं सख्त हूं, अनुशासित हूं लेकिन कभी किसी को नीचा दिखाने का काम नहीं करता। अक्सर कोशिश करता हूं कि किसी काम को कहा तो उसमें खुद इन्वॉल्व हो जाऊं। सीखता हूं और सिखाता भी हूं और टीम बनाता चला जाता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा की अगर मैं प्रधानमंत्री बनकर घर से निकला होता, तो मेरा मन रहता की सब वहीं रहे। लेकिन मैंने बहुत छोटी उम्र में घर छोड़ दिया था और इसलिए लगाव, मोहमाया सब मेरी ट्रैनिग के कारण छूट गया। मेरे आसपास एक वर्क कल्चर डेवलप होता है। मैंने Human Resource Development में ही जिंदगी खपाई है। हां, मैं काम के वक्त काम में रहता हूं। समय नहीं खराब करता हूं। पीएम मोदी ने आगे बताया की वो जब भी कभी किसी से मिलता हूं तो मेरा कभी कोई फोन नहीं आता है। मैंने खुद को जीवन को ऐसा अनुशासित बनाया है। जहां तक ह्यूमर का सवाल है तो मेरे परिवार में मैं हमेशा पिता जी की नाराजग होते थे तो पूरे माहौल को हल्का कर देता था।

अक्षय कुमार पीएम के स्वभाव को जानने के लिए सवाल किया आपको विपक्ष के लोगों के साथ कैसे संबंध हैं?

इसके जवाब में PM ने कहा कि उनके गुलाम नबी आजाद के साथ अच्छे रिश्ते हैं। ममता दीदी साल में आज भी मेरे लिए एक-दो कुर्ते भेजती है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जी साल में 3-4 बार खास तौर पर ढाका से मिठाई भेजती हैं। ममता दीदी को पता चला तो वो भी साल में एक-दो बार मिठाई जरूर भेज देती हैं।

अक्षय कुमार ने पीएम से उनके बैंक बेलेंस के बारें में पूछा?

तो उन्होंने जवाब दिया कि जब मैं गुजरात से CM बना तो मेरा बैंक अकाउंट नहीं था। जब MLA बना तो सेलरी आनी लगी। स्कूल में देना बैंक के लोग आए थे। उन्होंने बच्चों को गुल्लक दिया और कहा कि इसमें पैसे जमा करें और बैंक में जमा कर दें। लेकिन हमारे पास होता तब तो डालते। तब से अकाउंट यूं ही पड़ा रहा।

PM ने आगे कहा कि हमारे यहां एक चुटकुला चलता है, एक बार स्टेशन पर एक ट्रेन आयी तो ऊपर लेटे हुए एक यात्री ने पूछा की कौनसा स्टेशन आया है? तो बताने वाले ने कहा की 4 आना दोगे तो बताऊंगा, वो यात्री बोला भाई बताने की जरुरत नहीं है मैं समझ गया अहमदाबाद आ गया है। सरकार की तरफ से एक प्लॉट मिलता है, कुछ कम दाम में मिलता है। फिर मैंने वो पार्टी को दे दिया। हालांकि कुछ नियम है जिस पर सुप्रीम कोर्ट में मामला है। जैसे ही वह क्लीयर होगा, प्लॉट मैं पार्टी के नाम कर दूंगा।

पीएम ने कहा कि अगर मुझे अलादीन का चिराग मिल जाये तो मैं उसे कहूंगा की ये जितने भी समाजशास्त्री और शिक्षाविद हैं उनके दिमाग में भर दो कि वो आने वाली पीढ़ियों को ये अलादीन के चिराग वाली थ्योरी पढ़ानी बंद कर दें। उन्हें मेहनत करने की शिक्षा दें। प्रधानमंत्री बनते समय शायद और प्रधानमंत्रियों को ये बेनिफिट नहीं मिला है जो मुझे मिला है वो ये है कि मैं गुजरात का इतने समय तक मुख्यमंत्री रहा और उस पद पर रहते हुए आपको बारीकियों से काम करना पडता है, मुद्दे आपके सामने सीधे आते हैं और उनका समाधान भी आपको सीधा ही करना पडता है।

अक्षय कुमार ने पीएम से सवाल किया कि रिटायरमेंट के बाद वो क्या करेंगे?

इसके जवाब में PM मोदी ने कहा कि ‘मैं समझता हूं कि इससे मुझे प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने में बहुत सहायता मिली’। एक वाक्या शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि हम लोगों की एक इनर सर्कल की मीटिंग थी। अटल जी, आडवाणी जी, राजमाता सिंधिया जी, प्रमोद महाजन जी थे। उसमें सबसे छोटी आयु का मैं था। उसमें ऐसे ही बात छिड़ी कि रिटारटमेंट के बाद क्या करेंगे। मुझे पूछा तो मैंने कहा, मेरे लिए तो बहुत कठिन है। मुझे जो जिम्मेवारी मिलती है, वही करता जाता हूं। जीवन का पल-पल और शरीर का कण-कण किसी ने किसी मिशन में ही लगा रहने वाला है मेरा। मेरे पास इसके सिवाय कोई कौशल ही नहीं है। सोशल मीडिया के बारे में पीएम ने कहा कि मैं सोशल मिडिया जरूर देखता हूं इससे मुझे बाहर क्या चल रहा है इसकी जानकारी मिलती है। मैं आपका भी और टविंकल खन्ना जी का भी ट्विटर देखता हूं और जिस तरह वो मुझ पर गुस्सा निकालती हैं तो मैं समझता हूं की इससे आपके परिवार में बहुत शांति रहती होगी।

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