मरवाही टीआई व पुलिस के खिलाफ एफआईआर
बिलासपुर। मरवाही के कुम्हारी गांव के चंद्रिका तिवारी की पुलिस हिरासत में पिटाई के बाद अस्पताल ले जाते हुए हुई मौत के मामले में पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस हेल्पलाइन नंबर से मदद मांगने से रविवार को थानेदार को गुस्सा आ गया। उसने प्रौढ़ को लॉकअप में बंद कर रातभर लात घूंसे और लाठियों से पीटा, पिटवाया। उसके बाद जख्मी ग्रामीण को दिन भर कोर्ट में घिसटने भेज दिया। दोपहर बाद तक कोर्ट में सुनवाई नहीं हुई,तबियत काबू से बाहर होते देख बेटे ने पिता को लेकर अस्पताल की भाग दौड़ मचाई पर बिलासपुर लाते वक्त रास्ते में मौत हो गई थी। मंगलवार को मृतक का शव लेकर ग्रामीण कई घंटे शव के साथ थाने को घेरकर बैठे थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले में सख्त निर्देश दिये थे, जिसका असर दिखा। एक्का व अन्य पुलिस वालों के खिलाफ़ आईपीसी की धारा 294, 323 और 506 के तहत मरवाही थाने में ही अपराध पंजीबद्ध किया गया है। गौरतलब है कि ये सभी धाराएं जमानती हैं। इसके पहले पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने एक्का को लाइन अटैच कर दिया था, पर आंदोलन खत्म नहीं हुआ था। एडिशनल एसपी भारतेन्दु द्विवेदी के निर्देश पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है।