गुम बालिका को तत्काल परिवार तक पहुंचाया गया
रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर प्रदेश के सभी पुलिस थाने सी.सी.टी.एन.एस. (क्राईम एडं क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स) योजना के माध्यम से जोड़े जा चुके हैं। इस योजना के अन्तर्गत पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्यवाही को कम्प्यूटर नेटवर्क के माध्यम से प्रविष्टि की जाती है।
पुलिस द्वारा इस योजना का सफल क्रियान्वय करते हुए एक गुम मासूम बच्ची को उसके परिवार तक तत्काल पहुंचाया जा सका, 7.04.2019 को उरला पुलिस थाना क्षेत्र में तैनात 112 की टीम के आरक्षक अभिनव पाल को एक संदिग्ध नाबालिग लड़की मिली जिसे पुछताछ के लिए थाना उरला लाया गया। नाबालिग की मानसिक स्थिति ठीक ना होने के कारण वह किसी बात का जवाब नहीं दे पा रही थी तब लड़की के पास रखे बैग की पड़ताल करने पर प्राप्त किताब में एक पर्ची रखी मिली जिसमें लड़की का नाम एवं उसके पिता का नाम प्राप्त हुआ। बच्ची कहां की रहने वाही है यह जानकारी नहीं मिल पा रही थी तब पर्ची में लिखे नाम के आधार पर सी.सी.टी.एन.एस. के डेटाबेस के मिसिंग पर्सन मॉड्यूल के माध्यम से उक्त बालिका का नाम सर्च किये जाने पर दुर्ग के थाना नवई में पूर्व में उक्त लड़की का गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज होना पाया गया तथा थाना नेवई से सहयोग लेते हुए नाबालिक लड़की के परिजनों को सूचना दी गई। बालिका के परिजनों के थाने पहुंचने पर उनसे पुछताछ कर समझाईस देते हुए बालिका को परिजनों के हवाले किया गया। पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रायपुर के उरला थाना प्रभारी और दुर्ग जिले के नवई थाना प्रभारी को उनके द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही की सराहना की गई।