ऑटिज्म पीडि़त बच्चों ने स्पर्धा में दिखाई अपनी प्रतिभा
रायपुर। रायपुर के कालीबाड़ी स्थित जिला अस्पताल में मंगलवार को ऑटिज्म बच्चों के लिए पहली बार प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में ऑटिज्म पीडि़त बच्चों ने वह कर दिखाया जो सामान्य बच्चे कर सकते हैं। यह सब जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज के दौरान बच्चों को सिखाया है। बच्चों ने ड्राइंग, हैंड पेंटिंग, क्ले आर्ट, गीत-संगीत समेत अन्य कलाओं के साथ परिजनों और डॉक्टरों का मन मोह लिया।
जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. निलय मोझरकर ने बताया कि प्रदेश में ऑटिज्म बीमारी के बच्चों की संख्या आने लगी है। माता-पिता के जीन्स में कमी होने की वजह से इस बीमारी के मरीज मिलते हैं। इस प्रकार के बच्चे आम बच्चों से अलग होते हैं। इनका इलाज रायपुर के कालीबाड़ी स्थित जिला अस्पताल में निशुल्क होता है। इस बीमारी का इलाज प्राइवेट अस्पताल में कराए जाने पर डेढ़ से दो लाख रुपए लगते हैं। सरकारी अस्पताल में इलाज के साथ थैरेपी भी निशुल्क होती है। आज जिला अस्पताल में ऑटिज्म दिवस मनाया जा रहा है। इसमें ऑटिज्म से पीडि़त सभी बच्चे शामिल हुए। प्रतियोगिता में शामिल होने वालों बच्चों को गिफ्ट देकर उनका हौसला बढ़ाया गया।