दो एंबुलेंस एमपी के नंबर पर, खरीदी पर उठे सवाल
रायपुर। डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के दो एंबुलेंस मध्यप्रदेश के नंबर पर चल रहे हैं। दोनों वाहनों के आगे-पीछे एमपी का नंबर लिखा हुआ है, जबकि इसकी खरीदी अस्पताल शुरू होने के पहले यहां की गई है। ऐसे में यहां एंबुलेंस खरीदी में भी गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की जा रही है और जांच की मांग उठने लगी है।
प्रदेश के एक मात्र सरकारी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 2016 में 16 एंबुलेंस की खरीदी की गई थी और जनवरी 2017 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने यहां साइंस कॉलेज मैदान में उसका लोकार्पण किया था। इस दौरान उन्होंने घोषणा की थी कि प्रदेश के हर मेडिकल कॉलेज को दो-दो अत्याधुनिक एंबुलेंस भेजी जाएगी, लेकिन एक एंबुलेंस रायपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल को दी गई। बाकी एंबुलेंस का उपयोग इसी अस्पताल में किया जाता रहा। अब यहां सिर्फ 11 एंबुलेंस बताए जा रहे हैं, जिसमें से दो के नंबर एमपी के हैं।
छत्तीसगढ़ पैरामेडिकल संघ ने सीजी की जगह पड़ोसी राज्य का नंबर लिखा होने पर एंबुलेंस खरीदी में गड़बड़ी की आशंका जताई है। संघ के पदाधिकारी जल्द ही शासन-प्रशासन से मिलकर इसकी जांच की मांग करेंगे। वे यह भी मांग करेंगे कि जिन मेडिकल कॉलेजों में कम एंबुलेंस है, वहां एक-एक एंबुलेंस भेजी जाए। उनका कहना है कि डीकेएस अस्पताल में भर्ती, मशीन खरीदी, निर्माण आदि में 50 करोड़ की गड़बड़ी सामने आने के बाद अब एंबुलेंस खरीदी को लेकर सवाल उठने लगे हैं।