गांधीनगर। होम मिनिस्टर अमित शाह ने सोमवार को कहा कि यह देश नारको टेरर का खतरा झेल रहा है। गुजरात की राजधानी गांधीनगर में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर रिसर्च एंड एनालिसिस ऑफ ड्रग्स एंड साइकोट्रॉफिक सबस्टेंसेज का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। अमित शाह ने नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी में उद्घाटन करते हुए कहा कि हमें नारको टेरर से निपटने पर फोकस करना होगा। अमित शाह ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में जब दूसरी बार केंद्र में सरकार बनी तो फिर यह फैसला लिया गया कि इस सेंटर को गुजरात फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी से अटैच किया जाएगा।’
आज @NFSU_Official, गांधीनगर में Centre of Excellence for Research and Analysis of Narcotics Drugs and Psychotropic Substances व पुलिस अधिकारियों के लिए 'महिलाओं के खिलाफ अपराध की जांच' पर वर्चुअल प्रशिक्षण मॉड्यूल का उद्घाटन और अन्य प्रयोगशालाओं व सुविधाओं का निरिक्षण किया। pic.twitter.com/YR1xlfv1w2
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) July 12, 2021
उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि यह यूनिवर्सिटी दूसरे राज्यों में भी विस्तार करेगी और युवाओं को फॉरेंसिक साइंस के लिए अपना योगदान करने का अवसर मिलेगा। हम साइबर डिफेंस और बैरियाट्रिक रिसर्च के मामले में लगातार आत्मनिर्भर हो रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि देश आज नारको टेरर की चुनौती का सामना कर रहा है। होम मिनिस्टर अमित शाह ने कहा, ‘भारत एक और खतरे का सामना कर रहा है। उसका नाम है- नारको टेरर। केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है कि हम देश में नारकोटिक्स को नहीं आने देंगे। हम भारत को नारकोटिक्स का अड्डा नहीं बनने देंगे। इसे रोकना बेहद जरूरी है।’
Speaking at National Forensic Sciences University, Gandhinagar. Watch live! https://t.co/TdOGbPqUZg
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इसके साथ ही अमित शाह ने ऐसे मामलों की जांच के लिए वैज्ञानिक उपकरणों के इस्तेमाल की भी जरूरत बताई। अमित शाह ने कहा कि यह थर्ड डिग्री का दौर नहीं है। हमें क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को संगठित करना होगा। ऐसे काम में फॉरेंसिंक साइंस अहम रोल अदा करेगी। किसी भी मामले में हमारी जांच ज्यादा से ज्यादा वैज्ञानिक सबूतों पर आधारित होनी चाहिए।