होलिका की प्रतिमा हो रही है तैयार
रायपुर। होलिका दहन का स्वरूप भले ही बदल गया है लेकिन परम्परा का निवर्हन आज भी कई जगहों पर किया जा रहा है। भक्त प्रहलाद को गोद में थामे राक्षसी स्वरुप होलिका की मूर्ति तैयार कर रहे हैं शहर के कुछ मूर्तिकार।
विगत 5 सालों से होलिका की मूर्ति गढ़ते आ रहे राकेश का मानना है मूर्ति के जरिए होलिका दहन से जुड़कर बच्चों का हिरण्य कश्यप और प्रहलाद के पौराणिक प्रसंग से सहज ही नाता जुड़ जाता है। इसके जरिए वह बुराई और अच्छाई का भेद कर पाते हैं। इसलिए होलिका दहन में होलिका प्रहलाद की मूर्ति रखी जानी चाहिए।