भारत में पोलियो का खतरा पड़ोसी देशों से – डॉ. अमर

भारत में पोलियो का खतरा पड़ोसी देशों से – डॉ. अमर

रायपुर। पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत प्रदेश के करीब 36 लाख बच्चों को 10 मार्च को पोलियो की खुराक दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीकाकरण की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। छूटे हुए बच्चों को आगे के दो दिनों तक घर-घर पहुंचकर टीके लगाए जाएंगे। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने पत्रकारवार्ता में बताया कि भारत में पोलियो को जड़ से खत्म कर दिया गया है, लेकिन पड़ोसी देश जैसे पाकिस्तान और अफगानिस्तान समेत अन्य देशों में अभी भी पोलियो का वायरस पाया जा रहा है, इसी वजह से भारत में शून्य से पांच वर्ष के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाया जा रहा है। भारत में पोलियो मुक्त होने की वजह से इस वर्ष दो बार की जगह एक बार पिलाया जा रहा है।

राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत रायपुर जिले में बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई जाएगी। उक्त अभियान के सफल संचालन एवं क्रियान्वयन के लिए रायपुर जिले में 1204 टीकाकरण बूथ बनाए गए हैं। कार्यक्रम के सर्वेक्षण के लिए 319 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं तथा 107 मोबाइल टीम बनाई गई है। कार्यक्रम को सुचारू संचालन एवं संपादन के लिए जिला स्तर पर प्रत्येक विकासखंड एवं शहरी क्षेत्र के लिए पृथक-पृथक अधिकारियों को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रायपुर शहरी क्षेत्र के अंतर्गत 147418 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है इस के लिए 439 टीकाकरण बूथ बनाए गए एवं 44 मोबाइल टीमें बनाई गई है कार्यक्रम के सफल संचालन एवं क्रियान्वयन के लिए विभागीय कर्मचारी अधिकारियों के अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मितानिन नर्सिंग के छात्र जीएनएम नर्सिंग के छात्र एवं अन्य संस्थाओं के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया गया है। यह अभियान 10 मार्च को प्रात 7 से 5 बजे तक तथा 11 मार्च को छूटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। रेलवे स्टेशन बस स्टैंड में यात्रियों के बच्चों को दवा पिलाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

00 36 लाख बच्चों को पोलियो की दवा 10 को

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