हल्दिया (पश्चिम बंगाल)। पीएम मोदी ने रविवार को ममता बनर्जी सरकार पर प्रहार करते हुए आरोप लगाए कि इसने ‘‘राजनीति का अपराधीकरण किया, भ्रष्टाचार को संस्थागत रूप दिया और पुलिस का राजनीतिकरण कर दिया।’’ उन्होंने कहा कि लोग उनसे ‘ममता’ दिखाने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन उन्हें ‘निर्ममता’ मिली। राज्य में अपनी पहली रैली में मोदी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर प्रहार करते हुए उस पर ‘‘भ्रष्टाचार एवं कुशासन’’ के आरोप लगाए और कहा कि सत्तारूढ़ दल ने पिछले दस वर्षों में ‘‘कई बेइमानियां’’ कीं और समय आ गया है कि विधानसभा चुनावों में उन्हें ‘राम कार्ड’ दिखाया जाए। मोदी ने लोगों को चेताया कि टीएमसी, कांग्रेस और वामपंथी दलों के बीच ‘‘मैच फिक्स’’ है और केवल भाजपा की सरकार ही राज्य को ‘‘कुशासन’’ से मुक्त कर सकती है और उनके जीवन में ‘‘वास्तविक बदलाव’’ ला सकती है जैसा कि त्रिपुरा के लोग महसूस कर रहे हैं। आयुष्मान भारत और पीएम किसान सम्मान निधि जैसी केंद्रीय योजनाओं को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं करने के लिए उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना की और कहा कि भाजपा सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में इस तरह की योजनाओं को लागू करने का निर्णय किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल ममता बनर्जी से ‘ममता’ की उम्मीद कर रहा था लेकिन उसे पिछले दस वर्षों में ‘निर्ममता’ मिली… टीएमसी सरकार राज्य में वामपंथी मोर्चा के कुशासन का महज पुनर्जन्म है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब वह मातृभूमि की जयकार के नारे सुनती हैं तो गुस्सा हो जाती हैं। जब आप अपने अधिकार मांगते हैं तो वह गुस्सा हो जाती हैं। जब देश की छवि खराब करने के षड्यंत्र रचे जाते हैं तो वह चुप रहती हैं।’’ मोदी कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगने के कारण बनर्जी द्वारा भाषण देने से इंकार करने की ओर इशारा कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ षड्यंत्रकारी चाय एवं योग से जुड़ी भारत की छवि को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। दीदी ने क्या इन षड्यंत्रकारियों के खिलाफ कुछ भी बोला? देश इस षड्यंत्र के खिलाफ पूरे ताकत से जवाब देगा।’’ प्रधानमंत्री संभवत: स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के विवादास्पद ‘टूलकिट’ का जिक्र कर रहे थे जिसे उन्होंने ट्वीट करने के बाद हटा लिया था। इसमें किसान आंदोलन में हिस्सा लेने वाले लोगों की खातिर योजनाएं बताई गई थीं। बंगाल के लोकप्रिय खेल फुटबॉल का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि राज्य के लोग अब टीएमसी को ‘‘राम कार्ड’’ दिखाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में फुटबॉल को काफी पसंद किया जाता है। फुटबॉल के लहजे में मैं कहना चाहता हूं कि टीएमसी सरकार ने कई बेइमानियां की हैं। भ्रष्टाचार, कुशासन, उगाही, विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर हमले। लोग उन्हें राम कार्ड दिखाने के लिए तैयार हैं।’’
The number of fouls committed by TMC are many.
No wonder the people will punish them. pic.twitter.com/a6LcYM5F83
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘बंगाल के लोग TMC को राम- राम कहेंगे और भाजपा का स्वागत करते हुए जय श्री राम के नारे लगाएंगे।’’ टीएमसी में ‘‘वंशवादी राजनीति’’ पर प्रहार करते हुए ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि बंगाल के लोगों ने राज्य में ‘‘बुआ-भतीजावाद’’ को समाप्त करने का निर्णय लिया है। तृणमूल कांग्रेस पर राजनीति का अपराधीकरण करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने पश्चिम बंगाल में अगली सरकार बनाने का विश्वास जताया। चक्रवात अम्फान के बाद केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए केंद्रीय कोष में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ‘‘आपदा में भी भ्रष्टाचार के रास्ते ढूंढ लिए। इससे बड़ा अपराध नहीं हो सकता है।’’ उन्होंने कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा था और राहत कोष का ऑडिट कैग से कराने के आदेश देने पड़े थे। मोदी ने आरोप लगाए कि वाम मोर्चा, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस राज्य में फिक्स राजनीतिक मैच खेल रहे हैं।