पर्यावरण व नदियों के सरंक्षण के लिए महाआरती का महाअभियान
राजिम। नदियों का संरक्षण क्यों जरूरी है इसके प्रदूषण से हमारे भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ेंगे इसे लेकर समय समय पर बहस होती रहती है। इसके इतर एक संस्था ऐसी भी है जो लगातार नदियों के संरक्षण की दिशा में काम कर रही है। वेदरतन प्रकल्प संस्थान द्वारा नदियों की महाआरती कर लोगों को नदियों के संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है। राजिम माघी पुन्नी मेला में होने वाली महानदी आरती भी इसी का एक अंग है। वेदरतन प्रकल्प संस्था के तत्वावधान में होने वाली महानदी आरती अब तो राजिम नगरी की पहचान बन गई है।
वेदरतन प्रकल्प संस्था की प्रज्ञा भारती का कहना है कि देश की नदियों का संरक्षण जरूरी है। जिस प्रकार से नदियों का प्रदूषण स्तर बढ़ा है उसे देखते हुए मानव जीवन पर खतरा बढ़ रहा है। महानदी की आरती का उद्देश्य है कि हम लोगों को नदी के सरंक्षण के लिए जागरुक कर सकें। महानदी की आरती उद्गम स्थल सिहावा से लेकर समागम स्थल करने की योजना है। अब तक सिंहावा, चंद्रपुर व राजिम में इसकी आरती की जा चुकी है। आगे शिवरीनारायण, धमतरी व अन्य स्थलों पर भी आरती का आयोजन किया जाएगा।