नुकसान सह लेंगे पर पाकिस्तान नहीं भेजेंगे सब्जी
रायपुर। पुलवामा हमले के बाद देश भर में पाकिस्तान के खिलाफ जमकर आक्रोश है। हर कोई पाकिस्तान से संबंध खत्म करना चाहता है। छत्तीसगढ़ के थोक सब्जी काबारियों ने अब यह फैसला लिया है कि वे यहां से सब्जी पाकिस्तान नहीं भेजेंगे। अब तक छत्तीसगढ़ से टमाटर, शिमला मिर्च, पपीता और खरबूजा का निर्यात पाकिस्तान किया जाता रहा है। प्रदेश से रोजाना लगभग 400 टन सब्जी और फल पाकिस्तान भेजा जाता था। इससे यहां के व्यपारियों को रोजाना 20 लाख रुपये का आय होती थी। यहां के कारोबारी यह नुकसान सहने को तैयार हैं लेकिन किसी भी कीमत पर पाकिस्तान को सहयोग करने के पक्ष में नहीं हैं।
राजधानी रायपुर स्थित श्रीराम थोक सब्जी बाजार डूमतराई के कारोबारियों की इस संबंध में बैठक हुई। व्यापरियों ने बैठक में निर्णय लिया पाकिस्तान से अब कोई भी समझौता नहीं करेंगे, भले नुकसान क्या ना हो। यही हमारी पुलवामा हमले में शहीद जवानों के प्रति श्रद्धांजलि होगी। इस प्रस्ताव पर सभी कारोबारियों ने सहमति जताई है। केंद्र सरकार ने पाकिस्तान से आयात होने वाली वस्तुओं पर 200 फीसदी आयात शुल्क लगाया है, जिसके बाद यहां दिल्ली के रास्ते खजूर की सप्लाई प्रभावित हुई है। स्थानीय कारोबारियों ने कहा कि अब अन्य देशों से खजूर मंगाया जाएगा।
सब्जी कारोबारियों ने कहा कि भले हमे टमाटर फेंकना पड़ जाए या गरीबों को मुफ्त में बांटना पड़ जाए। इसके लिए हम तैयार हंै। पाकिस्तान निर्यात नहीं करने से स्थानीय बाजार में टमाटर, शिमला मिर्च, पपीता आदि की कीमतों गिरने की संभावना जताई जा रही है। पाकिस्तान में सब्जियों की सप्लाई बंद करने से वहां लगभग 5000 मजदूरों के बेरोजगार हो सकते हैं। सब्जी कारोबारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से सब्जियों की सप्लाई प्रभावित होने से हजारों मजदूर वहां सड़क पर आ जाएंगे।