रायपुर, नान घोटाला, आईएफएस कौशलेन्द्र को नोटिस

रायपुर, नान घोटाला, आईएफएस कौशलेन्द्र को नोटिस

रायपुर। नागरिक आपूर्ति निगम घोटाला प्रकरण की जांच चल रही है। इस कड़ी में एसआईटी ने आईएफएस अफसर कौशलेन्द्र सिंह को नोटिस जारी किया गया है। उन्हें शनिवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। आईएफएस अफसर श्री सिंह सबसे ज्यादा करीब 5 साल नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी रहे हैं। पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) कौशलेन्द्र सिंह के नान एमडी रहने के दौरान बड़े पैमाने पर लेन-देन की जानकारी मिली है। जबकि पूर्व में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने सिर्फ जून 2014 से फरवरी 2015 तक के लेन-देन की जांच की थी।

शिवशंकर भट्ट से बरामद 113 पन्ने, जिसमें अवैध लेन-देन का हिसाब होना बताया गया था। उनमें मात्र 6 पन्ने ही केस रिलेवेंट होने के कारण प्रकरण में संलग्न किए गए हैं। जबकि वर्ष 2011 से 2013 के बीच की अवधि की जिलेवार करोड़ों की वसूली का वर्णन है। इस दौरान कौशलेन्द्र सिंह ही एमडी थे। कहा जा रहा है कि इस दौरान इन 107 पन्नों में उक्त तथ्यों के संबंध में इस अपराध में विवेचना नहीं की गई है। इसी तरह के. के. बारिक के कंप्यूटर से बरामद 127 पन्नों में अवैध लेनेदेन का विवरण होना दर्शाया गया है। बारिक को आरोपी बनाने के लिए एसआईटी ने जिला अदालत में आवेदन भी किया था, लेकिन अमान्य कर दिया गया। बारिक के निवास के जब्त नगदी रकम (31800) एवं संपत्ति के दस्तावेज जब्त किया जाकर उस जब्ती पत्रक को अभियोग पत्र में लगाया गया, परंतु प्रकरण में असमानुपातिक संपत्ति अर्जित करने संबंधी विषय पर विवेचना नहीं की गई।

ईओडब्ल्यू के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कौशलेन्द्र सिंह को नोटिस जारी करने की पुष्टि की है और कहा कि कौशलेन्द्र सिंह ने शनिवार को उपस्थित रहने की सूचना दी है। गौर करने लायक बात यह है कि कौशलेन्द्र सिंह के खिलाफ नान एमडी के पद पर रहते कर्मचारियों की नियुक्ति में गड़बड़ी की शिकायत पर ईओडब्ल्यू ने प्रकरण दर्ज किया था। बाद में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई। कौशलेन्द्र के बयान के बाद कई और लोगों से पूछताछ हो सकती है।

00 106 पन्नों में करोड़ों की वसूली, एसआईटी करेगी पूछताछ

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