कलेक्टर ने किया राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ
जांजगीर-चांपा। कलेक्टर श्री नीरज बनसोड़ कलेक्टर ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर ज्ञान भारती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जांजगीर मे बच्चों को फाइलेरिया एवं कृमि मुक्ति की दवा खिलाकर जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ किया। कलेक्टर ने स्वंय दवा खाकर बच्चों को भी दवा खिलाई और उन्हें प्रोत्साहित किया। कलेक्टर ने बताया कि फाइलेरिया के दवा सेवन द्वारा लिम्फिडिमा प्रकरणों में कमी आती है तथा कृमि नाशक की दवा से पेट की कृमि समाप्त होती है। जिससें शारीरिक वृध्दि एवं बौधिक क्षमता में वृध्दि होती है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस.जोशी ने बताया कि फाइलेरिया में मच्छर मनुष्य के रक्त से सुक्ष्मदर्शी परजीवियों माइक्रोफाइलेरिया को ग्रहण करता है। जो उसके पेट से वक्ष की मांसपेशियों में पहुचते है। जहां उसका विकास होता है। 2 से 3 हफ्तेे बाद पूर्ण विकसित परजीवी मच्छर के सिर और फिर मुखांगों की ओर अग्रसर होता है जो कि मच्छर के काटने पर मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है। मच्छर के शरीर में संग्रहण के लिये तैयार लार्वा या ईल्ली मानव शरीर में 6 माह में पूर्व विकसित वयस्क में बदल जाता है। जिसका एक मात्र उपचार डी.ई.सी की दवा से संभव है। उन्होंने डी.ई.सी एवं कृमि नाशक दवा खाने हेतु अपील की । इस अवसर पर,संयुक्त संचालक डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एम.डी.तेन्दवें, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री गिरिश कुर्रे एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. बलराम रोहिदास मौजूद थे।