मनरेगा से होगा ग्रामीण विकास का काम
जांजगीर-चांपा। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत गांवों नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाडी की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इससे गांव में रहने वाले किसानों के लिए स्थानीय नाले, पालतू पशु, परम्परागत उपज से निकलने वाले उत्पाद और घर से लगी हुई बाड़ी का विकास करके ही ग्रामीणों को खुशहाल बनाने की दिशा में काम किया जाएगा। यह बात 7 फरवरी को आयोजित रोजगार दिवस के माध्यम से ग्रामीणों को बताई गई।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजीत वसंत ने सभी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों में प्रत्येक माह रोजगार दिवस आयोजन करने के निर्देश जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी को दिए हैं। ग्राम पंचायतों में आयोजित किए जाने वाले रोजगार दिवस के माध्यम से ग्रामीणों को मनरेगा के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया। इसी तरह सरकार की मंशानुरूप छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी, नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी के माध्यम से गांव के विकास की योजना तैयार करने के संबंध में चर्चा की गई। नरवा योजना के माध्यम से नदी-नाला को संरक्षण करते हुए गांव के पानी को गांव में ही संचय करना है। गरूवा के माध्यम से पशुधन विकास, घुरवा से जैविक खेती को बढ़ावा देने, बाड़ी के माध्यम से साग-सब्जी की पैदावार को बढ़ाना है। इससे ग्रामीणों के विकास की योजना तैयार की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीणों को इसका लाभ पहुंच सके।
बलौदा जनपद पंचायत के सांसद आदर्श ग्राम जावलपुर में ग्रामीणों को कार्यस्थल पर रोजगार दिवस के माध्यम से उनके अधिकारों के बारे में बताया गया। अकलतरा जनपद पंचायत के परसाबाना ग्राम पंचायत में रोजगार दिवस के माध्यम से ग्रामीणों को गांव के विकास की योजना किस तरह से तैयार करना है, इससे अवगत कराया गया। वहीं जनपद पंचायत सक्ती में कार्यक्रम अधिकारी सुश्री आकांक्षा के द्वारा ग्रामीणों को उनके महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से किए जाने वाले कार्यों से अवगत कराया गया। मालखरौदा के ग्राम पंचायत चरौदी, जमगहन में रोजगार दिवस मनाया गया। डभरा जनपद पंचायत के घिवरा, किरारी में ग्रामीणों को जल संरक्षण से होने वाले लाभ के विषय में बताया गया। नवागढ़ जनपद पंचायत के महंत में रोजगार दिवस के माध्यम से ग्रामीणों को मजदूरी मूलक कार्यों के संबंध में जानकारी दी गई। इस तरह से सभी ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस का आयोजन किया जा रहा है।