कलेक्टर के निर्देष पर एनीकट गेट को किया गया बंद, जलभराव होने से भू-जलस्तर में हुई बढ़ोत्तरी
बेमेतरा। कलेक्टर महादेव कावरे के निर्देश पर जिले के 13 एनीकटों पर गेट को वेल्डिंग द्वारा जाम किया गया है। जिससे इस वर्ष पूर्व वर्षों की तुलना में अधिक जलभराव हुआ है। जिले की तीन समूह जलप्रदाय योजना अमोरा, तिवरैया एवं नांदघाट में संचालित की जा रही है एवं जलभराव होने से आसपास के एक किलोमीटर नदी के किनारे भू-जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई है एवं स्वयं के साधन से पंप द्वारा किसान साग-सब्जी हेतु पानी भी ले रहे है। शिवनाथ नदी में जलभराव होने से रेत का अवैध उत्खनन पर भी अंकुश लगा है।
जिले की जीवनदायिनी शिवनाथ नदी का बहाव क्षेत्र जिले में लगभग 95 किलोमीटर है। इन एनीकट की कुल जल संग्रहण क्षमता 27.28 मि.घनमीटर है। जिनसे निस्तारी पेयजल के साथ-साथ कृषकों द्वारा स्वयं के साधन से 2094 हेक्टेयर में सिंचाई हेतु जल लिया जाना प्रावधानित है। इन एनीकटों से कुल 47 गांव लाभान्वित हो रहे है। पी.एच.ई. विभाग द्वारा समूह पेयजल योजना के अंतर्गत खम्हरिया-पाथरपूंजी एनीकट से साजा समूह पेयजल योजना के लिए, अमोरा एनीकट से बेमेतरा शहर तथा ग्रामीण समूह पेयजल योजना के लिए तथा नांदघाट-लिमतरा एनीकट से नवागढ़ समूह पेयजल येाजना हेतु पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। जिससे खारे पानी प्रभावित इन क्षेत्र के लोगों को मीठा पेयजल उपलब्ध हो रहा हैै। इन एनीकटों से बेमेतरा विकासखंड के 57 गांव, नवागढ़ ब्लॉक के 54 गांव एवं साजा विकासखंड के 17 ग्राम इस प्रकार जिले के कुल 130 ग्रामों को पेयजल उपलब्ध कराना प्रस्तावित है।
वर्तमान में इन एनीकटों से उनकी जल संग्रहण क्षमता के अनुरूप पूर्ण जलभराव उपलब्ध है, जिससे लाभान्वित गांव के किसान स्वयं के साधन से एनीकटों से सिंचाई सुविधा का लाभ ले रहे है। जिससे क्षेत्र से उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। किसानों द्वारा मुख्य फसल धान, गेहूॅ, चना, सोयाबीन के अतिरिक्त साग भाजी का भी उत्पादन किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र के किसान खुशहाल है एवं सुखपूर्वक अपना जीवन-यापन कर रहे है। बेमेतरा जिला में जल संसाधन विभाग के 35 एनीकट है जिनमें शिवनाथ नदी में 13, हाफ नदी में चार, सकरी नदी में तीन, सुरही नदी में पांच, डोटू नाला में चार, करूवा नाला में एक एवं लोकल नाला में तीन एनीकट का निर्माण किया जा चुका है।