सबकी उन्नति – सबका विकास हमारा ध्येय – डॉ. महंत
अम्बिकापुर। प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी मैनपाट में पर्यटन एवं स्थानीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मैनपाट महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. चरणदास महंत ने अपने सम्बोधन में कहा कि पर्यटन का मानव जीवन में विशेष महत्व है। पर्यटन से न सिर्फ सैकड़ों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं, अपितु आपसी भाईचारा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान तथा प्रकृति के अनुपम सौन्दर्य का सानिध्य भी प्राप्त होता है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन की दृष्टि से मैनपाट का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि मैनपाट के टाइगर प्वाइंट, दलदली, मेहता प्वाइंट, उल्टापानी आदि सुरम्य पर्यटन स्थलों में जाने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि 1962 में तिब्बती यहां पहली बार आए और 1965 में उन्होंने यहां बौद्ध मठ का निर्माण किया। जिसके साथ ही उन्होंने अपने जीवन में महात्मा बुध के दर्शन के अनुरूप आध्यात्मिक जीवन को अपनाया। तिब्बितयों ने स्थानीय जनजातीय लोगों से भी मधुर संबंध स्थापित करते हुए समन्वयपूर्वक मिश्रित संस्कृति को अपनाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में तिब्बती स्थानीय लोगों के साथ पूरे सामंजस्य एवं मेल-मिलाप के साथ पारिवारिक वातावरण में जीवन निर्वहन कर रहे हैं। तिब्बती अपनी सांस्कृतिक आध्यात्मिक, सामाजिक, साहित्यिक एवं धार्मिक सहिष्णुता के साथ जनजातीय लोगों से बेहतर समन्वय स्थापित कर जीवन निर्वहन कर रहे हैं।
डॉ. महंत ने कहा कि इस क्षेत्र में हाथियों के विचरण से स्थानीय लोगों में भय का वातावरण निर्मित होता है, किन्तु हाथी मनुष्य के दुश्मन नहीं हैं। कुछ परिस्थितियों में आक्रमकता के कारण वे जन एवं धन को क्षति पहुँचाते हैं। उन्होंने कहा कि हाथियों के आगमन से बचाव के लिए शासन द्वारा गजराज वाहन सहित अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि लोगों में भय का वातावरण निर्मित न हो। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा पर्यटन सहित क्षेत्र के सर्वांगीण विकास हेतु शीघ्रता से निर्णय लेते हुए क्रियान्वयन किया जा रहा है। डॉ. महंत ने कहा कि सबकी उन्नति और सबका विकास हमारा प्रमुख ध्येय है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी, बीस सूत्रीय वाणिज्यिकर जीएसटी मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने अपने सम्बोधन में कहा कि मतदाताओं द्वारा दिए गए जनादेश के फलस्वरूप हमें राज्य के विकास का अवसर प्राप्त हुआ है। मैनपाट में भी पर्यटन के विकास की अनेक संभावाएँ हैं। उन्होंने कहा कि मैनपाट की दर्शनीय स्थलों तक न सिर्फ गुणवत्तापूर्ण सड़कें बनाई जाएंगी, अपितु हवाई सेवा भी प्रारंभ की जाएगी। उन्होंने बताया कि कुछ देशों में पर्यटन आमदनी का मुख्य जरिया है। उन्होंने बताया कि एथेन्स में पर्यटन देश की आय का प्रमुख श्रोत है। लाखों की संख्या में पर्यटक प्रकृति के सौन्दर्य का आनंद लेने आते हैं तथा होटल, परिवहन सहित सभी क्षेत्रों के लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक श्री अमरजीत भगत द्वारा स्थानीय विकास हेतु पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रस्ताव रखा गया है। जिस पर अधिकाधिक अमल करने का प्रयास किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ शासन के लोक निर्माण विभाग, गृह, जेल, धार्मिक न्यास और धर्मस्व, पर्यटन और संस्कृति मंत्री तथा कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री ताम्रध्वज साहू ने अपने सम्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ के धार्मिक, सांस्कृति एवं प्राकृतिक रूप से परिपूर्ण पर्यटन स्थलों का समूचित विकास किया जाएगा। इस हेतु शीघ्र ही पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों का अवलोकन कर उन क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने मैनपाट के एथनिक ग्राम के विकास हेतु 27 करोड़ रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने लोगों से पर्यटन से जुड़ने का आह्वान करते हुए क्षेत्र के विकास में अपनी महती भागीदारी निर्वहन करने का आग्रह किया। सीतापुर विधायक श्री अमरजीत भगत द्वारा क्षेत्र के विकास की आवश्यकताओं पर प्रकाश डालते हुए उन्हें शीघ्र पूरा करने का आग्रह किया गया। कलेक्टर सारांश मित्तर द्वारा मैनपाट महोत्सव के आयोजन के संबंध में विस्तारपूर्वक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि मैनपाट महोत्सव प्रति वर्ष आयोजित होकर उन्नति की ओर अग्रसर हो रहा है।
00 मैनपाट महोत्सव 2019