कलेक्टर ने की सुराजी गांव योजना के कार्यो की समीक्षा
मुंगेली। कलेक्टर श्री डी. सिंह ने आज कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के संबंध में अधिकारियों की बैठक लेकर कार्यो की समीक्षा की। उन्होने अधिकारियों से सुराजी गांव योजना के क्रियान्वयन के संबंध में गहन विचार विमर्श किया। उन्होने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा कि जिले के तीनों विकासखण्डों में 25 स्थानों को चिन्हित करें। जिसमें 5-5 ग्राम पंचायतों को मॉडल के रूप में बनाया जायेगा।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री लोकेश चंद्राकर ने सुराजी गांव योजना के क्रियान्वयन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होने शासन द्वारा निर्धारित मापदण्ड एवं गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता ने जिले के तीनों विकासखण्डों में चिन्हित होने वाले गांवों के लिए जल प्रबंधन के संबंध में अवगत कराया। चारागाह विकास कार्यक्रम के लिए पानी की उपलब्धता अवश्य करें। उन्होने नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजनांतर्गत जल संवर्धन हेतु बनाये जाने के लिए संरचना एवं लाभान्वित होने वाले ग्रामों मुंगेली विकासखण्ड के झिटकनिया, मानपुर, भीमपुरी, पौनी, लोरमी विकासखण्ड धरमपुरा, हरदी तथा पथरिया विकासखण्ड के खपरी, कंचनपुर की जानकारी दी। उपसंचालक पशुपालन ने बताया कि चारागाह विकास कार्यक्रम के अंतर्गत नेपियर घास का रोपण किया जायेगा। इसके लिए जल उपलब्धता जरूरी है।
कलेक्टर ने सहायक संचालक उद्यानिकी से कहा कि बाड़ी कार्यक्रम के अंतर्गत गांवों में किसानों को साग, भाजी की खेती एवं फलदार पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित करें। ताकि हितग्राही किसान को प्रतिदिन आय प्राप्त हो सके। बैठक में उपसंचालक कृषि श्री डी.के. ब्यौहार, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री ए.के. यदु, उपसंचालक पशुपालन डॉ. मरकाम, सहायक संचालक उद्यान श्री सी.डी. सिंह, मुंगेली जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर.एस. नायक, पंचायत निरीक्षक श्री गोरेलाल पाण्डेय, जलसंसाधन विभाग के एसडीओ श्री बंजारे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।