भाजपा दफ्तर में पत्रकार से मारपीट निंदनीय-कांग्रेस
रायपुर। यदि भाजपा की बैठक में कार्यकर्ताओं का गुस्सा पार्टी नेतृत्व के प्रति सार्वजनिक हो रहा है। कार्यकर्ता पदाधिकारियों और पूर्व में सत्ता में बैठे वरिष्ठ नेताओं के प्रति अपनी भड़ास निकाल रहे है तो यह सारी चीजें पार्टी की बैठक से बाहर आ रही है तो यह पार्टी की अपनी कमजोरी है लेकिन अपनी पार्टी के द्वंद को रोकने के लिये समाचार संकलन करने गये पत्रकारों से मारपीट अभद्रता किया जाना अनुचित है। कांग्रेस इस पूरे घटनाक्रम की कड़ी निंदा करती है।
भारतीय जनता पार्टी का चरित्र फासीवादी है। भाजपा किसी भी स्वतंत्र संस्था को निष्पक्ष होकर काम नहीं करने देना चाहती। भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा अलोकतांत्रिक तो शुरू से ही थी, अब भाजपा का पार्टीविद डिफरेंस का छद्म आवरण भी उतरते जा रहा है। भाजपा नेता वैचारिक असहमति और आलोचना की प्रजातांत्रिक स्वरूप को भी बर्दास्त नहीं कर पा रहे। आलोचना और असहमति को भाजपाई तालीबानी तरीके से मुकाबला करना चाह रहे है। भाजपा पदाधिकारियों द्वारा पत्रकारों पर हमले करन घोर निंदनीय है। एकात्म परिसर की घटना से स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी का अर्थ है भाजपा भ्रष्ट जल्लाद पार्टी जो पत्रकार को कहती है यहां सर झुका, वहां सर कहा। भाजपा गोडसे वाली मानसिकता दिखाकर हिंसा के रास्ते पर चलती है। भाजपा के मुंह में है तो राम दिल में नाथूराम है।
सत्ता बल के सहारे 15 वर्षो तक मीडिया को दबाने की कुचेष्टा करने वाले भाजपाई अब पत्रकारों को दबाने बाहूबल और बदजुबानी का उपयोग करने लगे है। कुछ दिनों पहले भाजपा के प्रदेश प्रभारी अनिल जैन ने पत्रकारवार्ता में पत्रकारों से अभद्रता किया था। अब भाजपा के पदाधिकारी पत्रकारों के साथ मारपीट और गाली गलौच कर रहे है।