न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में सरकार कोरोना महामारी पर काबू पाने की ओर तेजी से अग्रसर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत, दुनिया में कोरोना मरीजों की सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में एक है। मंत्रालय का कहना है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर उपचार, बीमारी को फैलने से रोकने की प्रभावी कार्यनीति, बड़े स्तर पर परीक्षण और देखभाल के कारण मृत्यु दर में काफी गिरावट आई है। इस महामारी से मृत्यु दर में लगातार कमी दिख रही है और अभी यह 2.49 प्रतिशत है। इससे भारत कोरोना बीमारी से होने वाली मौतों के संदर्भ में दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर वाला देश है। अब तक 7 लाख से अधिक मरीजों को कोरोना संक्रमण से ठीक कर दिया गया है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेज दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना के सक्रिय रोगियों की संख्या और इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या (7,00,086) के बीच का अंतर बढ़कर 3,09,627 हो गया है। इस बीमारी से ठीक होने की दर बढ़कर अब 62.62 प्रतिशत है।
इस संकट काल में देशभर में केंद्र के मार्गदर्शन में कोरोना टेस्ट और अस्पताल के बुनियादी ढांचे में सुधार किया गया है। कई राज्यों ने बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों का पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए जनसंख्या सर्वेक्षण किया है। मोबाइल APP, आशा और एएनएम जैसे फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने प्रवासी मजदूरों के प्रबंधन और सामुदायिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाने का सराहनीय काम किया है। नतीजन आज ऐसे 29 राज्य आज केंद्र शासित प्रदेश हैं, जहां मामला मृत्यु दर (CFR) देश के औसत से कम है। 5 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सीएफआर शून्य है। 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सीएफआर 1 प्रतिशत से कम है। सिर्फ महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल तीन ऐसे बड़े राज्य हैं जहां मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है। महाराष्ट्र में ये आंकड़ा 3.85 प्रतिशत, गुजरात में 4.48 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल में 2.67 प्रतिशत है।
भारत के बराबर आबादी वाले 11 देशों की तुलना में कोरोना से 14 गुना कम लोगों की मौत
एक आंकड़ें के मुताबिक कोविड से प्रभावित विश्व के टॉप 11 देश अमेरिका, ब्राजील, रूस, पेरू, चिली, मेक्सिको, साउथ अफ्रीका, यूके, ईरान, पाकिस्तान और स्पेन की कुल आबादी लगभग भारत की आबादी के लगभग बराबर है लेकिन भारत के मुकाबले इन देशों में 14 गुना ज्यादा मौतें हुई हैं। संक्रमित लोगों की संख्या में भी काफी अंतर है।
कोविड से प्रभावित इन 11 देशों की कुल आबादी 1349 मिलियन है जबकि भारत की अकेले आबादी 1380 मिलियन है। अमेरिका समेत इन 11 देशों में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 85, 80,179 है जबकि भारत में कोरोना के मरीजों की सख्या 10,38, 716 है। यानि आबादी लगभग बराबर लेकिन संक्रमितों की संख्या काफी कम है। इसी तरह अगर अगर इन 11 देशों में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में काफी अंतर है। इन देशों में कोरोना से 3,78,142 लोगोें की मौत हो चुकी है जबकि भारत में कोरोना से डेथ की संख्या 26, 273 है, यानि भारत के मुकाबले कोरोना से इन देशों ने 14 गुना ज्यादा मौतें हुई हैं। सबसे बड़ी बात है कि 11 देशों की पोपुलेशन डेनसिटी 86 है जबकि भारत की पोपुलेशन डेनसिटी 464 है।
#India’s focus on early case detection & saving lives:
The 11 most #Covid19 affected countries in the world (U.S, Brazil, Russia, Peru, Chile, Mexico, South Africa, U.K, Iran, Pakistan, Spain) together reported 8 times more cases and 14 times more deaths than India: @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/67p9lXBsZt
— PIB India (@PIB_India) July 19, 2020
प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में सरकार ने जिस प्रकार दूरदर्शी फैसले लेकर कोरोना महामारी का सामना किया है, उसकी पूरे विश्व में प्रशंसा हो रही है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की पूरी दुनिया तारीफ कर रही है। WHO से लेकर ब्राजील, इजरायल और अमेरिका तक दुनिया के तमाम देश भारत के प्रयासों की सराहना कर चुके हैं।
आइए देखते हैं पूरे विश्व में किस प्रकार की जा रही है पीएम मोदी के योगदान की प्रशंसा-
कोरोना की लड़ाई में लीड कर रहा है भारत, अमेरिकी सांसद ने की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ
कोरोना के खिलाफ लड़ाई मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की पूरी दुनिया तारीफ कर रही है। WHO से लेकर ब्राजील, इजरायल और अमेरिका तक दुनिया के तमाम देश भारत के प्रयासों की प्रशंसा कर चुके हैं। अब अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक लीडर के तौर पर सामने आया है। सांसद जॉर्ज होल्डिंग ने कहा कि भारत अमेरिका के सबसे करीबी और महत्वपूर्ण सहयोगियों में से एक है और मुझे खुशी है कि इस वैश्विक महामारी के दौरान हमारी खास साझेदारी मजबूत बनी हुई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार कोरोना से निपटने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मदद के लिए अपने देश और अमेरिका दोनों में कड़ी मेहनत कर रही है। उत्तर कैरोलिना के रिपब्लिकन सांसद होल्डिंग ने कहा कि अप्रैल की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देशव्यापी लॉकडाउन के बीच अंतरराष्ट्रीय व्यापार के सामने आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए साथ मिलकर काम किया। तब से भारत ने अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (Hydroxychloroquine) की बड़ी खेप जैसी अहम सामग्री मुहैया कराई। उत्तर कैरोलिना के रिपब्लिकन सांसद होल्डिंग ने अमेरिका में महामारी के बीच राहत कार्यों में भारतीय-अमेरिकी गैर लाभकारी संगठनों और सामुदायिक संगठनों द्वारा निभाई जा रही भूमिका की भी सराहना की।
पुलित्जर विजेता पत्रकार ने भी माना प्रधानमंत्री मोदी का लोहा
पुलित्जर पुरस्कार विजेता और न्यूयॉर्क टाइम्स के मशहूर कॉलमनिस्ट थॉमस फ्रायडमैन ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में समय पर उचित प्रयास करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की। अमेरिकी पत्रकार ने माना कि मोदी सरकार ने कोरोना वायरस को परास्त करने में बेहतरीन काम किया है। इंडिया टुडे के ई-कॉन्क्लेव कोरोना सीरीज में हिस्सा लेते हुए उन्होंने कहा कि शुरुआती कोशिशों की वजह से भारत में कोरोना को फैलने से रोकने में कामयाबी मिली। सबसे दिलचस्प बात यह है कि जब उनसे पूछा गया कि दुनिया के देशों के और कौन नेता हैं, जिन्होंने कोरोना को रोकने के लिए उल्लेखनीय काम किया, तो उन्होंने पीएम मोदी के अलावा किसी भी नेता का नाम नहीं लिया।
बिल गेट्स ने की कोरोना से जंग में PM मोदी की प्रशंसा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिस प्रकार भारत में कोरोना महामारी से जंग की अगुवाई कर रहे हैं, जिस प्रकार करोड़ों देशवासियों की इस जानलेवा वायरस से रक्षा कर रहे हैं, उसकी पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। तमाम अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की है। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक बिल गेट्स ने भी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के खिलाफ भारत के प्रयासों के लिए उनकी तारीफ की है। उन्होंने अपने पत्र में पीएम मोदी के नेतृत्व और कोरोना महामारी को लेकर केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की है।
बिल गेट्स ने अपने पत्र में कहा, ‘मैं कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए आपके नेतृत्व के साथ-साथ आपकी और आपकी सरकार के सक्रिय कदमों की सराहना करता हूं। देश में हॉटस्पॉट चिह्नित करने और लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए लॉकडाउन, क्वारंटाइन के साथ-साथ इस महामारी से लड़ने के लिए जरूरी हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना सराहनीय है। आपने रिसर्च और डेवलेपमेंट के साथ-साथ डिजिटल इनोवेशन पर भी काफी जोर दिया है।‘
कोरोना से लड़ाई में विश्व नेता बना भारत- UN
वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ाई के दौरान दुनिया के देशों की समय पर मदद करने और अपने देश को संभालने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का आज पूरा विश्व कायल है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी भारत की जमकर प्रशंसा की है। उन्होंने तो दुनिया के दूसरे देशों को भी भारत से सीख लेने की बात कही है। गुटेरेस का यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में भारत ने अमेरिका समेत कई देशों को कोरोनावायरस संक्रमण से निजात दिलाने वाली दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन (Hydroxychloroquine) की आपूर्ति की थी।
भारत ने न सिर्फ अपने यहां लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए स्थितियों को कंट्रोल में रखा है, साथ ही वो लगातार कोरोना से बुरी तरह प्रभावित देशों की मदद भी कर रहा है। भारत के इसी जज्बा को देखकर यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उसे सलाम किया है। इसके साथ ही दुनिया के देशों को भी भारत से सीखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि मुश्किल समय में कैसा व्यवहार करना चाहिए और दूसरों की मदद की भावना से काम करना चाहिए वह भारत से सीखने की जरूरत है।
WHO ने की मोदी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा
WHO के COVID-19 के विशेष प्रतिनिधिन डेविड नबैरो ने एनडीटीवी के साथ बातचीत में भारत की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर विश्व के अन्य देशों ने जहां लापरवाही बरती,वहीं भारत ने कड़े उठाए हैं और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत अन्य देशों से आगे है।
"India has a chance of getting on top of this virus and getting ahead of it. Other countries were slow and didn't have any plan because they thought this is not a big problem. But India imposed the strong measures quite quickly", says Dr David Nabarro, Special Envoy COVID-19, WHO pic.twitter.com/Q4ih8tdwDR
— BJP (@BJP4India) April 2, 2020
उन्होंने कहा कि हम बिना किसी कारण किसी की प्रशंसा नहीं करते हैं। हम उन देशों की बात कर रहे हैं जो कार्रवाई कर स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आप जितनी जल्दी कार्रवाई करेंगे, उतना ही सफल होंगे और भारत जानता है कि यह कैसे करना है।
"We don't often praise without reason. We do praise countries that are taking the situation seriously by acting quickly! The quicker you get on to this, the shorter the pain will be. India knows how to do that!", Dr David Nabarro, Special Envoy COVID-19, WHO on India's response. pic.twitter.com/Uzz4fCcW7C
— BJP (@BJP4India) April 2, 2020
देखिए कोरोना संकट में मदद के लिए किन-किन देशों ने कहा प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत कोरोना संकट काल में कई देशों के लिए संकटमोचक बन कर सामने आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले सार्क और फिर जी-20 देशों के जरिए दिखाया कि कोरोना के कहर से कैसे मिलकर निपटा जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और नेताओं से संवाद किया और जरूरतमंद देशों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। अमेरिका, इजरायल और ब्राजील के अलावा भारत ने स्पेन, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव समेत कई देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा समेत दूसरी सहायता देने का फैसला किया। इससे वैश्विक धारणा बनाने में मदद मिली है कि भारत याचक नहीं, अब दाता बन चुका है। भारत उन्हें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, पेरासिटामोल और अन्य जरूरी वस्तुएं उपलब्ध करा रहा है। इस कोरोना काल में मदद पाने वाले देशों की सूची लंबी होती जा रही है और मदद के लिए वे भारत का शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ, कहा प्रभु हनुमान की तरह पहुंचाई संजीवनी बूटी
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर एम बोल्सोनारो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना भगवान हनुमान से की करते हुए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा को संजीवनी बूटी बताया है। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से दी गई इस हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा से लोगों के प्राण बचेंगे और इस संकट की घड़ी में भारत और ब्राजील मिलकर कामयाब होंगे। प्रधानमंत्री मोदी को भेजे पत्र में राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने लिखा है कि जिस तरह हनुमान जी ने हिमालय से पवित्र दवा (संजीवनी बूटी) लाकर भगवान श्रीराम के भाई लक्ष्मण की जान बचाई थी, उसी तरह भारत और ब्राजील एक साथ मिलकर इस वैश्विक संकट का सामना कर लोगों के प्राण को बचा सकते हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में उन्हें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के लिए धन्यवाद दिया है। दरअसल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने भी प्रधानमंत्री मोदी से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात पर लगे बैन को हटाने का अनुरोध किया था। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा से बैन हटाने के भारत के फैसले के बाद बोलसोनारो ने प्रधानमंत्री मोदी का तुलना भगवान हनुमान से कर डाली। भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का सबसे बड़ा उत्पादक है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी की पीएम मोदी की तारीफ
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा से बैन हटाने पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ने प्रधानमंत्री मोदी को महान बताया और कहा कि वो भारत का शुक्रिया अदा करते हैं। फॉक्स न्यूज से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो भारतीय पीएम मोदी की तारीफ करते हैं। निर्यात पर ढील देने के बाद अमेरिका को अब यह दवा मिल सकेगी।
अफगानिस्तान ने अदा किया शुक्रिया
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मदद के लिए प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा किया है। राष्ट्रपति गनी ने कहा, ‘प्रिय मित्र नरेन्द्र मोदी, हमें 5 लाख हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन टेबलेट, एक लाख पैरासीटामोल टैबलेट और 75,000 मीट्रिक गेंहू भेजने के लिए धन्यवाद। गेंहू की पहली खेप जल्द ही अफगान के लोगों के लिए पहुंच जाएगी।’ वहीं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति को जवाब देते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट संदेश में कहा, “भारत और अफगानिस्तान के बीच एक विशेष प्रकार की दोस्ती है, जो ऐतिहासिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित है। लंबे समय से, हमने आतंकवाद के संकट के खिलाफ संयुक्त रूप से लड़ाई लड़ी है। हम इसी तरह एकजुटता और साझा संकल्प के साथ कोविड-19 का मुकाबला करेंगे।”
कजाकिस्तान के राष्ट्रपति तोकायेव ने कहा धन्यवाद
भारत की ओर से चिकित्सीय आपूर्ति मिलने पर कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्त तोकायेव ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि भारत सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद। मित्रता और एकजुटता का यह उच्च स्तर तब भी दिखाया गया जब भारत ने दवाओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
सेसेल्स ने जताया आभार
सेसेल्स के लिए स्पेशल इंडियन एयरफोर्स के विमान से दवा भेजी गई है। इन दवाइयों में पैरासीटामॉल, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का नाम सबसे ऊपर आ रहा है। सेसेल्स ने मदद के लिए भारत का आभार जताया है। राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने संकट की इस घड़ी में सेशेल्स को दिए गए समर्थन के लिए प्रधानमंत्री मोदी, उनकी सरकार और भारत के लोगों का दिल से आभार व्यक्त किया।
मालदीव के राष्ट्रपति के प्रधानमंत्री मोदी से बात कर की तारीफ
कोरोना संकट पर मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत में मदद के लिए भारत का शुक्रिया अदा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर खुशी जताई कि मालदीव में पहले तैनात किए गए भारतीय चिकित्सा दल और फिर बाद में भारत द्वारा उपहार में दी गई आवश्यक दवाओं ने द्वीप में संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करने में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
मालदीव के राष्ट्रपति ने सार्क देशों की मदद के लिए COVID-19 फंड बनाने पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा दोहराई। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने चीन के वुहान से मालदीव के निवासियों की सुरक्षित निकासी और जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया।
भूटान ने प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया कहा
मोदी सरकार ने पड़ोसी मुल्क भूटान को भी कोरोना से लड़ने के लिए दवाओं की खेप भेजी है। भूटान के पीएम लोते त्शेरिंग ने ऐसे कठिन समय में दवा भेजने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया कहा है। उन्होंने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कोरोना संकट के समय भारत की मदद को अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संकट के दौरान उदार सहायता और सामान की निर्बाध आपूर्ति भूटान के प्रति भारत की वास्तविक मित्रता का प्रतिबिंब है।
नेपाल ने दवाएं भेजने के लिए कहा पीएम मोदी को शुक्रिया
वैश्विक मदद करते हुए भारत ने कोरोना से मुकाबले के लिए नेपाल को मदद के तौर पर 23 टन आवश्यक दवाएं दी हैं। दवा की यह खेप भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्र ने नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री भानुभक्त धाकल को सौंपी। इसमें कोरोना के खिलाफ अहम मानी जा रही हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन के अलावा पैरासिटामॉल व अन्य दवाएं शामिल हैं।
नेपाल के पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद कहा
संकट के समय भारत सरकार की इस मदद पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने इसे भारत की उदारता भरी मदद कहा है। कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच इस महीने टेलीफोन पर बात हुई थी। इससे पहले कोरोना के खिलाफ मिलकर प्रयास करने की पीएम मोदी की अपील पर 15 मार्च को सार्क देशों की बैठक में भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई थी।
India-Nepal relationship is special. Our bonds are not only strong but also deep-rooted.
India stands in solidarity with people and the Government of Nepal to fight COVID-19 pandemic.@kpsharmaoli https://t.co/jQ6hYgkKfY
— Narendra Modi (@narendramodi) April 22, 2020
मॉरीशस के पीएम ने जताया प्रधानमंत्री मोदी का आभार
कोरोना संकट के बीच भारत से मिली मदद के लिए मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है। प्रधानमंत्री जगन्नाथ ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि मैं एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान से कल बुधवार, 15 अप्रैल को मॉरिशस पहुंची भारत सरकार की चिकित्सा मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बहुत आभारी हूं। यह भारत और मॉरिशस के बीच के धनिष्ठ संबंध को दर्शाता है।
https://twitter.com/PKJugnauth/status/1250712441186639872?s=20
https://twitter.com/PKJugnauth/status/1250712444474929152?s=20