नरवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी की अवधारणा को साकार किया जाएगा : मुख्यमंत्री श्री बघेल

नरवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी की अवधारणा को साकार किया जाएगा : मुख्यमंत्री श्री बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज नरवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी की अवधारणा की सार्थक शुरूआत दुर्ग जिले के विकासखण्ड पाटन के ग्राम पंचायत असोगा, तेलीगुण्डरा व भनसुली से की है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की उपस्थिति एवं अगुवाई में इन ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा में पंचायत प्रतिनिधियों ने गौठान एवं चारागाह के लिए भूमि आरक्षित करने का अनुमोदन किया। ग्राम पंचायत असोगा में गौठान के लिए 2.13 हेक्टेयर एवं चारागाह के लिए 15 एकड़ जमीन, ग्राम पंचायत तेलीगुण्डरा में पंचायत द्वारा गौठान के लिए 3 एकड़ एवं चारागाह के लिए 5 एकड़ भूमि तथा ग्राम भनसुली में गौठान के लिए 3 एकड़ व चारागाह के लिए 13 एकड़ भूमि आरक्षित करने का अनुमोदन विशेष ग्राम सभा में पारित किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्रामवासियों को चारागाह एवं गौठान के लिए भूमि आरक्षित करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी और मुख्यमंत्री के अनुरोध पर ग्रामवासियों ने दोनों हाथ उठाकर अपना समर्थन दिया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम असोगा में ग्रामवासियों की मांग पर समरसता भवन बनाने के लिए 20 लाख रूपए तथा मिनी स्टेडियम और गौरव पथ निर्माण की भी स्वीकृति दी है। उन्हांेने ग्राम तेलीगुण्डरा में पेयजल व्यवस्था के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को सोलर पम्प लगाकर पानी की अपूर्ति कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आंगनगाड़ी केन्द्र में नवनिर्मित अतिरिक्त कक्ष और उचित मूल्य दुकान का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम भनसुली में ग्रामीणों की मांग पर सर्व समाज भवन निर्माण की स्वीकृति दी है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गांधी जी की ग्राम स्वराज व राम राज्य की परिकल्पना को साकार किया जाएगा। राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का कार्य किया जाएगा। छत्तीसगढ़ राज्य के मूल पहचान नरवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी को स्थापित करके किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था हो सकेगी तथा गौठान एवं चारागाह की व्यवस्था होने से पशुपालन और जैविक खाद को बढ़ावा मिलेगा। गौठानों में गोबर गैस प्लांट लगाया जाएगा। खेतों एवं बाड़ी में जैविक खाद का उपयोग किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जनता के हित में लिये गये फैसलों एवं निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि शपथ लेते ही किसानों का लगभग 6 हजार 230 करोड़ रूपए की राशि का कर्जमाफी किया गया है। किसानों से 2500 रूपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पशु नस्ल सुधार करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। मनरेगा के माध्यम से गौठान समतलीकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने शिक्षा का स्तर उपर उठाने एवं सुधार करने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए 1300 पदों पर भर्ती की जा रही है। इसी तरह प्रदेश के शालाओं में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए 15 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती करने का निर्णय लिया गया है।

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