राष्ट्रपति कोविन्द ने अहमदाबाद में किया दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम ‘नरेन्द्र मोदी स्टेडियम’ का उद्घाटन

न्यूज़ डेस्क। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने 24 फरवरी को गुजरात के अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम ‘नरेन्द्र मोदी स्टेडियम’ का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति ने ‘सरदार वल्लभभाई स्पोर्ट्स एन्क्लेव’ का भूमि पूजन भी किया। इस अवसर पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री किरण रिजिजू और गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी उपस्थित थे।

स्टेडियम के उद्घाटन और स्पोर्ट्स एन्क्लेव के भूमि पूजन के लिए राष्ट्रपति का आभार व्यक्त करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज का दिन भारत के खेल इतिहास का स्वर्णिम दिन है। आज राष्ट्रपति जी के कर-कमलों से लौह पुरुष भारतरत्न सरदार पटेल जी के नाम पर एक बड़े स्पोर्ट्स एन्क्लेव का भूमि पूजन हुआ है। अमित शाह ने कहा कि अत्याधुनिक विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का नाम ‘नरेन्द्र मोदी स्टेडियम’ होगा। इस स्टेडियम में 1.32 लाख दर्शक मैच का लुत्फ़ उठा सकेंगे। स्टेडियम में 11 पिच हैं, जो विश्व के किसी अन्य स्टेडियम में नहीं हैं। चार ड्रेसिंग रूम हैं, साथ ही कितनी भी बारिश हो, बरसात रुकने के आधे घंटे में मैच डिस्टर्ब करे बगैर आगे का खेल शुरू किया जा सकेगा। स्टेडियम में इस प्रकार की एलईडी लाइट्स लगी हैं जिनसे खिलाड़ी की परछाई पिच पर नहीं पढ़ेगी और 40 से 50 प्रतिशत बिजली की बचत भी होगी। उन्होंने कहा कि स्टेडियम में एक हाई टेक मीडिया रूम भी बनाया गया है जो यहां होने वाली खेल प्रतिस्पर्धाओं को दुनिया भर तक पहुंचाएगा।

अमित शाह ने कहा कि यह एक बहुत ही ऐतिहासिक स्टेडियम है और यहां कई रिकॉर्ड बने हैं। उन्होंने कहा कि आज पहली बार इस स्टेडियम में पिंक गेंद से मैच खेला जाएगा। श्री शाह ने कहा कि कपिल देव ने सर्वाधिक 431 विकेट लेने के रिचर्ड हेडली के रिकॉर्ड को इसी मैदान पर तोड़ा था। सुनील गावस्कर ने 10,000 रन इसी मैदान पर बनाए थे और सचिन तेंदुलकर ने वनडे मैचों में 18,000 रन और क्रिकेट करियर में अपने बीस साल इसी स्टेडियम में पूरे किए थे।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यहां बनने वाला सरदार वल्लभभाई स्पोर्ट्स एन्क्लेव एक महत्वकांक्षी परियोजना है। उन्होंने कहा कि 233 एकड़ भूमि में बनने वाला यह देश का सबसे बड़ा स्पोर्ट्स एन्क्लेव होगा। इसमें सभी विश्व स्तरीय खेल सुविधाएं होंगी। एन्क्लेव में नारायणपुरा में बनने वाला 18 एकड़ का एक नया स्पोर्ट्स कंपलेक्स भी शामिल है। श्री शाह ने बताया कि सरदार पटेल स्पोर्ट्स संकुल, नरेंद्र मोदी स्टेडियम और नारायणपुरा में बनने वाला स्पोर्ट्स कंपलेक्स, यह तीनों मिलाकर किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में खेले जाने वाले सभी खेलों की पूरी व्यवस्था एक ही शहर में एक ही जगह पर उपलब्ध होगी जो अहमदाबाद के लिए गौरव की बात है। यहां 250 कोचेस के रहने की व्यवस्था होगी और 3,000 बच्चे एक साथ प्रशिक्षण ले सकेंगे। श्री शाह ने कहा कि चाहे कॉमन वेल्थ गेम करने हों या ओलंपिक, अहमदाबाद 6 महीने के अंदर तैयार हो जाए इस प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर बनने की आज यहां शुरुआत हुई है। अमित शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब देखा हुआ उनका सपना आज साकार होने जा रहा है और अहमदाबाद भारत में स्पोर्ट सिटी के नाम से जाना जाएगा।

अमित शाह ने बताया कि आवाजाही के लिए बीआरटीएस तथा मेट्रो भी यहां तक पहुंचने वाली है और जब रिवर फ्रंट का एक्सटेंशन समाप्त हो जाएगा, तब नर्मदा और साबरमती का जल हमेशा यहां शांति और शीतलता प्रदान करता रहेगा। अमित शाह ने कहा कि गांधीनगर और अहमदाबाद ग्रामीण जिला के 600 से ज्‍यादा स्कूलों को इसके साथ जोड़ा जाएगा जिससे जिन स्कूलों के पास अपने प्लेग्राउंड नहीं हैं उनके बच्चों को खेलने की सुविधाएं मिल पाएंगी। सप्ताह में एक दिन बच्चा यहां आएगा पूरा दिन खेलेगा, खाना खाएगा और शाम को सुरक्षित अपने घर पंहुच जाएगा। उन्होने कहा कि सरदार स्पोर्ट्स एंक्लेव में कुल 20 स्टेडियम बनेगे और जिन खिलाड़ियों ने देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है उन सभी के नाम पर इन स्टेडियम का नामकरण किया जाएगा जिससे कि खेल को बढ़ावा देने वालों को भी प्रेरणा मिलेगी। यहां पर लगभग लगभग 3,000 अपार्टमेंट बनेंगे जिनमें 12,500 बच्चे रह पाएंगे।

अमित शाह ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल स्‍पोर्ट एन्क्लेव बनाकर मोदी जी ने सरदार पटेल के लिए विशेष श्रद्धा प्रकट की है। सरदार पटेल का योगदान आजादी के बाद देश को एक करने में रहा, शायद सरदार न होते तो हम बिखर जाते मगर उनके साथ इतिहास में बहुत अन्याय किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी व्यवस्था की कि कोई कितने भी बरस शासन करे युगों युगों तक सरदार का नाम अमर रहेगा। गुजरात के सुपुत्र और देश के लौह पुरुष सरदार पटेल के नाम पर सबसे बड़ा स्टेचू बनाया। आज ताजमहल से ज्यादा लोग सरदार पटेल के स्टेचू को देखने आते हैं। श्री नरेंद्र मोदी जी की ही प्रेरणा से यहां सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव बना है जो आने वाले कई सालों तक देश भर के बच्चों को दुनिया की खेल स्पर्धाओं में आगे आने के लिए एक बहुत अच्छा प्लेटफार्म देने का काम करेगा। ओलंपिक में खेले जाने वाला कोई ऐसा खेल नहीं होगा जिसकी सुविधा यहां न हो। यह संकुल सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों और उच्चतम खेल के सिद्धांतों के अनुसार तैयार किया गया है और भारत के किसी भी अन्य शहर में इस प्रकार की व्यवस्था नहीं है। श्री शाह ने कहा कि प्रोजेक्‍ट की कुल लागत 4,600 करोड रुपये है जिसमें 3,200 करोड रुपये का सरकारी निवेश होगा और 1,600 करोड रुपये पब्लिक पार्टनरशिप का होगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का स्पोर्ट्स के लिए जो विजन है अगर उसकी चर्चा यहां ना की जाए तो बात अधूरी होगी। श्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तभी से उन्होंने गुजरात में खेलों को बढ़ावा देने के लिए अनेक महत्वपूर्ण पहल कीं। जब श्री मोदी गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने तो उन्होंने क्रिकेट के साथ-साथ अन्य सभी खेलों को बढ़ावा देने का विजन दिया। प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने इसे और आगे बढ़ाया। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि जब तक युवा खेलों में आगे नहीं बढ़ता तब तक वह कि कुछ नहीं कर सकता। इसीलिए प्रधानमंत्री ने खेलो इंडिया की शुरुआत की।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव बनाकर उनके संसदीय क्षेत्र को एक बहुत बड़ा उपहार दिया है। श्री शाह ने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब एशियाई या ओलम्पिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के नाम स्वर्ण और रजत पदक तालिका में नज़र आएंगे। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने जो आत्मनिर्भर का नारा दिया है उसके तहत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना ज़रूरी है। देश के युवाओं को खेलों में भी आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करना चाहिए। श्री शाह ने कहा कि युवा खेलों में आगे आयें और इसमे अपना करियर बनाएं, सरकार उन्हें हर संभव मदद देगी। श्री अमित शाह ने यह भी कहा कि खेलों में सफलता से दुनिया भर में भारत के यश में वृद्धि होगी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों की खेलों में रुचि को बढ़ावा देते हुए उन्हें यहां भेजने का संकल्प करें। श्री अमित शाह ने अभिावावकों से यह भी कहा कि बच्चे को मैदान में खेलने दीजिएगा, मिट्टी के अंदर छोड़िएगा तभी जाकर उन्‍हें हार की आदत पड़ेगी और उनमें जीतने का जज्बा आएगा।

संबंधित समाचार

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.