नई दिल्ली। भारतीय तट के पास हिंद महासागर में लाइबेरिया के झंडे वाले टैंकर पर ड्रोन से हमला किया गया है। अरब सागर में हुए इस हमले की कई रिपोर्टों में पुष्टि हुई है। एएफपी ने दो समुद्री एजेंसियों के हवाले से बताया कि शनिवार को एक ड्रोन हमले में भारत के तट पर एक व्यापारी जहाज क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। इनमें से एक जहाज इजराइल से संबद्ध व्यापारिक जहाज है, जिस पर भारत के पश्चिमी तट के पास अरब सागर में मानवरहित ड्रोन ने हमला कर दिया, जिससे जहाज में आग लग गई।
भारतीय रक्षा अधिकारियों ने कहा कि भारतीय तटरक्षक जहाज आईसीजीएस विक्रम पोरबंदर तट से 217 समुद्री मील दूर अरब सागर में एक व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो की ओर बढ़ रहा है, क्योंकि इसमें ड्रोन हमले के कारण आग लगने की घटना की आशंका है। रक्षा अधिकारियों ने यह भी कहा कि जहाज में कच्चा तेल है और यह सऊदी अरब के एक बंदरगाह से मैंगलोर की ओर जा रहा था। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि अरब सागर में एमवी केम प्लूटो के आसपास भारतीय नौसेना के युद्धपोत भी बाहरी भारतीय ईईजेड में व्यापारी जहाज की ओर बढ़ रहे हैं।
Indian Coast Guard ship ICGS Vikram is moving towards a merchant vessel MV Chem Pluto in the Arabian Sea 217 nautical miles off Porbandar cost after it reported a fire incident suspected to be caused by a drone attack. The vessel has crude oil and was going towards Mangalore from… pic.twitter.com/a8JQevOn1Z
— ANI (@ANI) December 23, 2023
भारतीय तट रक्षक जहाज आईसीजीएस विक्रम पोरबंदर लागत से 217 समुद्री मील दूर अरब सागर में एक व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो की ओर बढ़ रहा है। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि इसमें ड्रोन हमले के कारण आग लगने की घटना की आशंका है। जहाज में कच्चा तेल है और यह सऊदी अरब के एक बंदरगाह से मैंगलोर की ओर जा रहा था।
भारत आ रहे जहाज पर ड्रोन हमले के बाद उसमें आग लग गई। इससे पहले इजरायल के हमले का विरोध कर रहे यमन के हूती विद्रोहियों ने भारत आ रहे एक जहाज का अपहरण कर लिया था। यही नहीं हूतियों ने लाल सागर में कई मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं जिससे कई जहाजों को नुकसान पहुंचा है। हूतियों को ईरान का खुला समर्थन हासिल है और वे हमास के समर्थन में लगातार मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहे हैं। इससे दुनिया के इस सबसे व्यस्त व्यापारिक मार्गों में शामिल समुद्री रास्ता अब संकट में आ गया है। यही वजह है कि कई कंपनियां अब अफ्रीका के रास्ते व्यापार कर रही हैं। इसमें बहुत खर्च आ रहा है।
इससे पहले भारत ने हूतियों के हमले को देखते हुए अदन की खाड़ी में दो मिसाइलों से लैस डेस्ट्रायर को तैनात किया था। भारत ने इस पूरे इलाके में भारतीय जहाजों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। वहीं हूती विद्रोही लगातार अपने हमलों को बढ़ा रहे हैं और इसको देखते हुए अमेरिका ने 20 देशों के साथ मिलकर एक मैरिटाइम फोर्स बनाई है ताकि जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया जा सके। इस बीच हूतियों ने धमकी दी है कि वे लाल सागर को अमेरिकी जहाजों का कब्रिस्तान बना देंगे।