नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले आज यानी 22 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने बजट को लेकर कुछ अहम बातें बताईं। साथ ही विपक्षी दलों से राष्ट्रीय विकास के हित में सहयोग करने और पिछले मतभेदों को दूर करने की अपील की।
कल 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। इससे पहले आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी। बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से देश की जनता को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, ”2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल किया जाएगा।”
पीएम मोदी ने कहा है कि, ”सरकार की गारंटी को जमीन पर उतारना ही हमारा लक्ष्य है।” पीएम मोदी ने कहा कि, ”ये का बजट हमारे कार्यकाल के अगले 5 सालों की दिशा तय करेगा।” पीएम मोदी ने कहा, ”आज सावन का पहला सोमवार है। इस पवित्र दिवस पर एक महत्वपूर्ण सत्र का प्रारंभ हो रहा है। सावन के पहले सोमवार पर मैं देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।”
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🔴1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा “यह गर्व की बात है कि 60 साल बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और तीसरी बार पहला बजट पेश करेगी। मैं देश की जनता को गारंटी देता रहा हूं और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है। यह बजट अमृत काल के लिए महत्वपूर्ण बजट है। आज का बजट हमारे कार्यकाल के अगले 5 सालों की दिशा तय करेगा। यह बजट हमारे विकसित भारत के सपने का मजबूत आधार भी बनेगा।”
🔴2. विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”संसद के नए संसद गठन होने के बाद यह पहला सत्र था। 140 करोड़ देशवासियों ने जिस सरकार को बहुमत के साथ सेवा करने के लिए चुना था। उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक कोशिश यहां की गई थी। ढाई घंटे तक देश के प्रधानमंत्री को रोकने का उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया गया।”
🔴4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”आज संसद का मानसून सत्र भी आरंभ हो रहा है। देश बहुत बरीकी से देख रहा है कि संसद का ये सत्र सकारात्मक हो, सृजनात्मक हो और देशवासियों के सपनों को सिद्ध करने के लिए एक मजबूत नींव रखने वाला हो”
🔴5. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”मैं देश के सभी दलों के सांसदों से आग्रहपूर्वक कहना चाहता हूं कि गत जनवरी से लेकर हम लोगों के पास जिनता सामर्थ्य था उस सामर्थ्य से जितनी लड़ाई लड़नी थी लड़ ली, जनता को जो बात बतानी थी बता दी। किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया तो किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया। अब वो दौर समाप्त हुआ, देश ने अपना निर्णय दे दिया है, अब चुने हुए सभी सांसदों का कर्तव्य है, सभी राजनीति दलों की विशेष जिम्मेदारी है कि आने वाले पांच वर्षों के लिए हमें देश के लिए लड़ना है, देश के लिए जूझना है और एक और नेक बनकर जूझना है।”
🔴6. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”मैं सभी राजनीतिक दलों से भी कहूंगा कि आइए, हम 4-4.5 साल दल से ऊपर उठकर सिर्फ और सिर्फ देश को समर्पित होकर संसद के इस गरिमापूर्ण मंच का उपयोग करें।”
🔴7.पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”जनवरी 2029, जब चुनाव का वर्ष होगा, तब आप जाइए मैदान में, सदन का उपयोग करना है, तो कर लीजिए, 6 महीने जो खेल खेलना है खेल लीजिए। लेकिन तब तक देश के युवा, किसान, महिला के सामर्थ्य के लिए, उनको सशक्त करने के लिए जनभागीदारी का एक आंदोलन खड़ा करके 2047 के संकल्प को पूरा करने के लिए हम पूरी ताकत लगाएं।”
🔴8. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”हमें याद रखना चाहिए कि संसद ‘दल’ के लिए नहीं, बल्कि ‘देश’ के लिए है! यह एक पवित्र संस्था है जो राष्ट्र के कल्याण के लिए समर्पित है, न कि व्यक्तिगत हितों के लिए। आइए हम नकारात्मकता को त्यागें और इसके बजाय रचनात्मक और उत्पादक मानसिकता को अपनाएं, इस ‘लोकतंत्र के मंदिर’ की पवित्रता का सम्मान करें और अपने देश की बेहतरी के लिए मिलकर काम करें!”
🔴9. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”यह प्रत्येक नागरिक के लिए गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेजी से विकास करने वाला देश है। पिछले 3 सालों में हम 8 प्रतिशत की निरंतर बढ़ोतरी के साथ आगे बढ़ रहे हैं।”
🔴10. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”कुछ दल नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं, उन्हें अतीत की कड़वाहट को भुलाकर एक साथ आना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं देश के सभी सांसदों से अपील करना चाहता हूं कि जनवरी से अब तक हमें जितना लड़ना था लड़ लिया, लेकिन अब वो समय बीत चुका है, जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. मैं सभी से पूछना चाहता हूं पार्टियों को पार्टी लाइन से ऊपर उठकर खुद को देश के प्रति समर्पित करना होगा और अगले 4.5 वर्षों तक संसद के इस गरिमामय मंच का उपयोग करना होगा. जनवरी 2029 के चुनावी साल में आप कोई भी खेल खेल सकते हैं, लेकिन तब तक हमें देश के सशक्तिकरण किसान, युवा और देश के लिए भाग लेना चाहिए.’