असम विधानसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन की बड़ी बढ़त, सोनोवाल सरकार की दूसरी बार सत्ता में वापसी , प्रियंका की 200 यूनिट मुफ्त बिजली के झांसे में नहीं आई जनता

न्यूज़ डेस्क। असम के विधानसभा चुनाव में डबल इंजन की सरकार का जलवा बरकरार है। रुझानों से स्पष्ट है कि असम में लगातार दूसरी बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है। असम की 126 विधानसभा सीटों में से 126 के रुझान सामने आए हैं जिसमें बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन 80 से अधिक सीटों पर आगे चलने के साथ बहुमत के लिए आवश्यक 64 के आंकड़े को पार कर गया है। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन 45 सीटों पर आगे चल रहा है।

मुख्यमंत्री सरबानंद सोनोवाल मजुली में आगे चल रहे हैं। असम के वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्री एवं इन चुनावों में बीजेपी के मुख्य रणनीतिकार हिमंता बिस्वा सरमा भी आगे चल रहे हैं। जोरहाट से बीजेपी के हिंतेंद्रनाथ गोस्वामी, डिबरूगढ़ से बीजेपी के प्रसांता फुकन, गोलाघाट से अजंता नेओंग और तेजपुर से असम गण परिषद के पृथ्विराज आगे चल रहे हैं।

राज्य में बीजेपी के सामने 8 पार्टियों की चुनौती रही जिसमें कांग्रेस भी शामिल है। बीजेपी भी दो सहयोगी दलों के साथ चुनाव में उतरी थी। असम में 946 प्रत्याशी मैदान में थे। बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) शामिल हैं। राज्य की कुल 126 सीटों में से बीजेपी ने 93, एजीपी 29 और यूपीपीएल 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

 

दिलचस्प बात यह है कि असम वह राज्य है जहां कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा ने अपना पूरा जोर लगाया था। 2 दिवसीय दौरे पर 6 रैलियां बैक टू बैक कीं। प्रियंका वाड्रा ने दौरे के पहले दिन जोरहाट, नजीरा और खुमतई में रैली की। फिर अगले दिन उन्होंने गोलाघाट जिले के सरूपथार और नागांव के कलियाबोर में रैली की। उनकी अंतिम रैली श्रीमंत शंकरदेवा की जन्मस्थली बाताद्रव में हुई।

प्रियंका वाड्रा ने राज्य की जनता को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देना का वादा किया था। उन्होंने लोगों को सपना दिखाया कि इस कदम से जनता के 1400 रुपये बचेंगे। प्रियंका ने कहा कि यदि उनकी सरकार आई तो राज्य में सीएए लागू नहीं होने दिया जाएगा और कम से कम 5 लाख सरकारी नौकरियां निकाली जाएंगी। राज्य की महिलाओं को रिझाने के लिए प्रियंका वाड्रा ने 2000 रुपये हर महीने गृहणियों को भी देने का ऐलान किया।

उधर प्रियंका ने चाय के बागान में काम करने वालों के लिए ऐलान किया कि उन्हें 365 रुपये दैनिक वेतन दिया जाएगा। इन वादों के अलावा प्रियंका गांधी ने अपनी छाप छोड़ने के लिए चाय काे बागान में मजदूरों के साथ टोकरी माथे पर लगाकार चाय की पत्तियां भी तोड़ीं। सोशल मीडिया पर उनकी ये तस्वीरें बहुत वायरल हुईं। लेकिन इन सबके बावजूद असम की जनता प्रियंका के झांसे में नहीं आई बीजेपी गठबंधन पर अपना विश्वास जताया।

असम में फिलहाल बीजेपी की सरकार है। पिछली बार साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में 126 में से 86 सीट आई थीं। कांग्रेस को 26 सीटों पर ही जीत से संतोष करना पड़ा था। इसके अलावा, AIUDF को 13, एजीपी को 14, बीपीएफ को 12 और अन्य के खाते में एक सीट आई थी।

संबंधित समाचार

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.