राज्यसभा में बोले पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ‘सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए लोगों को पीएम मोदी से पीड़ा है’

नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को राज्यसभा में कांग्रेस समेत विपक्ष के नेताओं पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि जो लोग सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, उन्हें प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार से पीड़ा है। कुछ लोग इस बात से दुखी हैं कि आखिर एक गरीब मां का बेटा कैसे देश का प्रधानसेवक बन गया और वह गरीबों के लिए काम कर रहा है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यसभा में गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए कहा, “हम किसी की दया पर यहां नहीं आए हैं। हम सिर्फ गरीबों की दया पर यहां हैं और इस नाते गरीबों के लिए ही काम कर रहे हैं। हमारी सरकार की प्राथमिकता देश के गरीबों, युवाओं, महिलाओं और पिछड़ों के लिए काम करने की है। सबका साथ, सबका विश्वास हमारी नीति है। हम मिनिमम गवर्नमेंट और मैक्सिमम गवर्नेस के तहत काम कर रहे हैं।”

केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि, “पहले की सरकारों में जिस पूर्वी भारत की उपेक्षा हुई, अब मोदी सरकार वहां पर ध्यान दे रही है। आज कुल 29 करोड़ में से 11 करोड़ एलपीजी कनेकशन पूर्वी भारत में है। 41 करोड़ जनधन खातों में 16 करोड़ जनधन खाते पूर्वी भारत में हैं। पहली बार भारत सरकार ने पूर्वी भारत में गैस पाइपलाइन के लिए पैसा दिया। प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि जब तक पूर्वी भारत पश्चिम और दक्षिण भारत के बराबर नहीं होगा, तब तक भारत का सही विकास नहीं होगा।

प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि हमें यह देखना चाहिए कि आखिर खनिज संपदा वाले राज्यों को क्या मिल रहा है। आज कोयला, आयरन, बॉक्साइट, पेट्रोलियम हो, इससे जुड़ीं नीतियों को हमने संशोधित किया। नीलामी की नई पारदर्शी नीति लाई। पहले बिना मूल्य के बड़े-बड़े उद्योगपतियों को ब्लॉक मिल जाते थे। आज ओडिशा का पैसा ओडिशा को जाता है, रांची का पैसा रांची जाता है और बंगाल का पैसा बंगाल में जाता है। गरीब कल्याण हमारी रीति-नीति है।”

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