केरल में राजनीतिक हिंसा जारी, SDPI का विरोध करने पर RSS कार्यकर्ता की हत्या, बीजेपी और हिन्दू संगठनों ने बुलाया बंद

न्यूज़ डेस्क। केरल में बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े लोगों पर राजनीतिक हिंसा का कहर जारी है। बीती रात अलप्पुझा जिले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ने एक रैली निकाली थी, जिसमें जमकर हिंसा हुई। इस हिंसा में 22 वर्षीय आरएसएस कार्यकर्ता नंदू कृष्णा की हत्या कर दी गई और 6 लोग घायल हो गए। घटना के विरोध में बीजेपी ने आज सुबह से शाम तक अलप्पुझा बंद का आयोजन किया है।

बीजेपी और अन्य हिन्दू संगठनों द्वारा घोषित किए गए इस बंद के बाद अलप्पुझा की कई तस्वीरें भी सामने आई हैं। तस्वीरों में सड़कों और चौराहों पर बंद का प्रभाव स्पष्ट रूप से नज़र आ रहा है। केरल की बीजेपी इकाई के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने आरएसएस कार्यकर्ता की मौत की निंदा की और इसके लिए पीएफआई को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने इस मामले में एसडीपीआई के आठ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।

बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से एसडीपीआई और आरएसएस के बीच तनाव बढ़ रहा था। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्रन की अगुवाई में निकाली गई विजय यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कासरगोड़ रैली के बाद एसडीपीआई ने एक विरोध सभा की थी। इसका आरएसएस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को विरोध किया।

अलप्पुझा जिले के बीजेपी जिलाध्यक्ष का कहना है कि यह एसडीपीआई, आतंकी संगठन द्वारा पूर्व नियोजित हत्या थी। RSS कार्यकर्ता नंदू की मौत हो गई और अन्य 2 की हालत गंभीर है। यह स्पष्ट संकेत है कि अलप्पुझा में आतंकवादी ताकतें बढ़ रही हैं, पुलिस को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।

RSS कार्यकर्ता नंदू की हत्या पर बीजेपी नेता सुनील देवधर ने कहा कि जिहादी केरल में अपना सबसे क्रूर चेहरा दिखा रहे हैं, एक युव स्वयंसेवक की अलप्पुझा में नृशंस हत्या कर दी गई, तीन कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आईं, आइए एकजुट होकर जिहादियों द्वारा किए गए इस घृणित कार्य की निंदा करें।

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