ईसाई समाज द्वारा किए गए शिक्षा, स्वास्थ और मानवता की सेवा के कार्य सराहनीय: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज रायपुर के अम्लीडीह में कैथोलिक सेंट टेरेसा चर्च में रायपुर आर्च डायसिस के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ईसाई समाज द्वारा किए गए शिक्षा, स्वास्थ और मानवता सेवा के कार्य सराहनीय हैं, उनका कोई सानी नहीं है। जब शिक्षण संस्थाओं का अभाव था, तब मसीही समुदाय ने स्कूल और हॉस्टल खोले। ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में शिक्षा का प्रचार-प्रसार किया। ईसाई समाज ने शिक्षा और स्वस्थ्य के क्षेत्र में सेवा के कार्यों को ऐसे स्थानों तक भी पहुंचाया जहां लोगों का पहुंचना भी कठिन था।

श्री बघेल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के समय में भी ईसाई समुदाय तत्परता के साथ मानवता की सेवा की। जब कुष्ठ रोग पीड़ितों को लोग छूने से भी संकोच करते थे तब इस समाज ने कुष्ठ रोगियों के लिए काम किया। कुष्ठ रोग पीड़ितों के इलाज के लिए ईसाई समाज ने अभनपुर, बैतलपुर समेत कई स्थानों पर हाॅस्पिटल व डिस्पेंसरी खोले।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ईसाई समुदाय का छत्तीसगढ़ से पुराना नाता रहा है। यह समुदाय प्रभु यीशु और संत माता मरियम की दया, करुणा, सेवा, क्षमा, प्रेम, त्याग की शिक्षाओं को आगे बढ़ा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित भारत और नेपाल के लिए वेटिकन के राजदूत श्री लियोपोलोदो जिरेल्ली सहित स्वर्ण जयंती समारोह में उपस्थित कार्डिनल, आर्च, बिशप, गण फादर, सिस्टर्स और समाज के लोगों का छत्तीसगढ़ में हार्दिक स्वागत करते हुए स्वर्ण जयंती समारोह की बधाई और शुभकामनाएं दी।

इसके पहले वेटिकन के राजदूत महामहिम लियोपोलोदो जिरेल्ली और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया।

वेटिकन के राजदूत श्री लियोपोलोदो जिरेल्ली ने रायपुर आर्च डायसिस के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर पोप फ्रांसिस और अपनी ओर से सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की समृद्ध और गौरवशाली संस्कृति, आदिवासी संस्कृति, लोक संगीत, लोक कला और छत्तीसगढ़ की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए छत्तीसगढ़ क्रिश्चन एजुकेशनल सोसायटी द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में और ईसाई समुदाय द्वारा स्वास्थ और सेवा के क्षेत्र में किए गए कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि रायपुर आर्च डायसिस की स्थापना 5 जुलाई 1973 को की गई थी।

विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि यह समुदाय करूणा, दया, ममता और उपकार की भावना को लेकर समाज की सेवा कार्य करता रहा है। शिक्षा और जन स्वास्थ इनका हमेंशा से उद्देश्य रहा है। भारतीय कैथोलिक बिशप परिषद के महासचिव बिशप अनिल कुटो और हैदराबाद के कार्डिनल श्री एंथोनी पुला ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। जुबली और इतिहास की छत्तीसगढ़ के आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर ने दिया।

रायपुर आर्च डायसिस के स्वर्ण जयंती समारोह में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री पंकज शर्मा, हैदराबाद के कार्डिनल बिशप एंथोनी पुला, दिल्ली के आर्च बिशप अनिल कुटो, भोपाल के आर्च बिशप एएएस दुरईराज, कोलकाता के आर्च बिशप थॉमस डिसूजा, आगरा के आर्च बिशप श्री रॉफी मंजिली, पटना के आर्च बिशप सेबेस्टियन कल्लपुरा व नागपुर के आर्च बिशप एलियास गॉनसालवेज, पूर्व आर्च बिशप जोसफ ऑगस्टिन, छत्तीसगढ़ डायसिस सीएनआई के पूर्व बिशप रॉबर्ट अली, रायपुर के विकार जनरल फादर सेबेस्टियन पी., फादर सलीन, फादर क्राॅसलिन, फादर जोसे एंथोनी, फादर जाॅन पुन्नोर, छत्तीसगढ़ डायसिस की स्टुअर्टशिप कमेटी के सचिव और प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल और सर्व आस्था मंच समेत राजधानी के कई समाज सेवी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। अतिथियों को स्मृतिचिन्ह भेंट किए गए।

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